श्रीमद भागवत और श्रीमद देवी भागवत कथा का समापन वेद व्यास शिव प्रसाद नौटियाल हुये भावुक।
अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : प्रखडं नौगांव के दारसौं में चल रही श्रीमद भागवत कथा और देवी भागवत कथा का आज सातवें दिन समापन हो गया जिसमें देवी भागवत कथा वक्ता वेद व्यास शिव प्रसाद नौटियाल ने बताया कि धार्मिक कथाओं से हमें जीवन जीने की शिक्षा लेनी है व्यास नौटियाल ने बताया कि जीवन तब सार्थक बनेगा जब हम जीवों पर दया करेंगे दुखीयों की सेवा करेगें दान दया को महत्व देंगे तो देवी भागवत का महत्व सफल हो जायेगा वहीं श्रीमद भागवत में शास्री आनदं मोहन ने बताया कि हमें जीवन नीतियों और सिद्धान्तों को बदलना है और उपकार भाव को जीवन में उतारना है और गलत नीतियों और सिद्धान्तों को अपने जीवन में उतारना है कथा के अंतिम चरण में दोनो व्यास पीठ भावुक हो गये और श्रोताओं को जीवन के अमुल्य दृष्टांत बताये कथा विसरजन के बाद विदायी समाहरोह हुआ जिसमें कथा आयोजक रामस्वरूप थपलियाल परिवार और गांव के लोगों ने बाबा बौख नाग की डोली और वेद व्यास सहीत ब्रहामणमंडली को विदा किया जिसमें संपूर्ण ग्राम के लोग भावुक हुये बतादे की कथा में आचार्य विशालमणी डोभाल थे और यह कथा आयोजक रामस्वरूप थपलियाल और सहयोगी ग्राम पंचायत दारसौं के लोग रहे आज सातवें दिन कथा का समापन किया गया।