थत्यूड पुल पर बड़ी दुर्घटना होने से बची।
टिहरी : देर रात्रि के समय थत्यूड़ में एक बड़ी दुर्घटना होने से बालबाल बच गई जब जौनपुर विकास खंड मुख्यालय को जोड़ने वाला एक मात्र पुल के बीचों बीच एक भारी वाहन का पहिया धंस गया जिससे लोगों में हड़कम मच गया।
जौनपुर विकासखण्ड मुख्यालय को जोड़ने वाले अगलाड़ नदी पर एक मात्र पुल का निर्माण 1982 में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के विशेष अनुरोध पर उत्तरप्रदेश सरकार में तत्कालीन मंत्री बलदेव सिंह आर्य के सहयोग से निर्मित हुआ था जो तकरीबन 80 ग्राम पंचायतों सहित टिहरी, धनोल्टी, देहरादून, मसूरी आदि मुख्य शहरों को जोड़ने का मात्र एक साधन है, अपने 38 वर्ष के लंबे सफर के बाद भी पुल एक मात्र आवगमन का जरिया बना हुआ है लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण पुल पर भारी व ओवर लोडिंग वाहनों का आवगमन लगातार जारी है, जिस कारण देर रात्रि के समय बजरी रेता से लदे ट्रक के भरकम वजन से पुल के बीचों बीच ट्रक का पहिया धंस गया, पूर्व जिला पंचायत सदस्य आशुतोष कोठारी सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र कोहली ने बताया कि पुल की क्षमता के अनुरूप वाहनों का लगातार आवागमन बना हुआ है जबकि लोकनिर्माण विभाग ने धनोल्टी प्रशासन व थत्यूड़ पुलिस को पूर्व में ही पुल की वस्तु स्थिति से अवगत करवा दिया था, लेकिन प्रशासन और पुलिस की अनदेखी का प्रतिफल रहा कि पुल पर भारी, ओवर लोडिंग वाहनों की आवाजाही लगातार जारी रही और पुल छतिग्रस्त हो गया,,सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र कोहली ने आरोप लगाते हुए बताया कि थत्यूड़ पुल और थत्यूड़ दुग्गड्डा मोटर मार्ग की दुर्दशा का कारण मात्र क्रेशर प्लांट का लगा होना है उन्होंने बताया कि क्रेशर प्लांट लगने के बाद से प्रतिदिन कई भारी वाहनों की आवाजाही पुल से बनी हुई है,जिस कारण पुल धीरे धीरे कमजोर होता गया और देर रात्रि के समय कई टन बजरी से लदे ट्रक पुल के बीचों बीच धंस गया व एक बड़ा हादसा होने से टल गया लेकिन ट्रकों के आवागमन से खस्ताहाल थत्यूड़ दुग्गड्डा मोटर मार्ग आज भी किसी बड़ी अनहोनी को न्योता दे रही है, उन्होंने बताया कि उक्त सड़क के हालात से टिहरी, धनोल्टी प्रशासन को अवगत करवा चुके है लेकिन कार्यवाही के नाम पर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।