गुरूनानक के उपदेश एवं जीवन परिचय पर प्रकाश डाला।
मसूरी : महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कालेज में गुरूनानक देव का 550वां जन्म दिन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गुरूनानक के चित्र पर पुष्पार्चन, माल्यार्पण कर किया गया। इस मौके पर छात्र छात्राओं ने गुरूनानक देव के जीवन पर प्रकाश डाला।
गुरूनानक देव जन्म दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उनके संस्मरण सुनाये व गुरूवाणी भी सुनाई गई। विद्यालय के आचार्या मनप्रीत ने गुरूनानक के उपदेश एवं जीवन परिचय पर प्रकाश डाला। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज रयाल ने बताया कि भारत जगद्गुरू रहा है और विश्व का मार्ग दर्शन प्राचीन काल से करता रहा है। इस पवित्र धरा पर अनेक महापुरूषों का अवतरण हुआ जिन्होंने अपने जीवन आदर्शों से समाज एवं विश्व का मार्गदर्शन किया। गुरूनानक देव सिखों के प्रथम गुरू भी उन्हीं महापुरूषों में से एक थे। उन्होंने बताया कि हमें इन महापुरूषों के जीवन आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य के अंदर देवत्व है इसलिए उसे अपने कर्मों पर ध्यान देना चाहिए। श्रेष्ठ कर्म की मनुष्य को महान बनाते हैं। और मानव जीवन प्राप्त होना तो हमारा परम सौभाग्य है। इसका लाभ उचित कर्म व समाज का कल्याण, परोपकार, परहित के लिए समर्पित कर देना ही श्रेष्ठ मानव के गुण हैं। जो उसे अमरत्व की ओर ले जाते हैं। विद्यालय में प्रकाशोत्सव के अवसर पर निबंध प्रतियोगिता कक्षांश एवं विद्यालय स्तर पर आयोजित की गई। जिसमें विद्यालय स्तर पर प्रथम स्थान जसपाल पुंडीर, द्वितीय साक्षी राणा एवं तृतीय शिवानी ने प्राप्त किया। प्रधानाचार्य ने विजेताओं को पुरूस्कृत किया। इस मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक व छात्र छात्राएं मौजूद रहे।