उत्तराखंड वित्तीय वर्ष 2020-21 बजट।
1 min readदेहरादून : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड के वित्तीय वर्ष 2020-21 का 53526.97 करोड़ का बजट बिना चर्चा के ही पारित हो गया। शेष उपवेशन की कार्यवाही मात्र 57 मिनट तक चली, जिसके बाद सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं कोरोना के बचाव से सदन में विधायक डेढ़ मीटर के फासले पर बैठे।
सीएम ने कोरोना से बचाव की दी जानकारी
विधानसभा के संक्षिप्त सत्र में उत्तराखंड विनियोग विधयेक पास किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन में कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। कोरोना से बचाव के लिए विधायकों और अधिकारियों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई थी। इतना ही नहीं थर्मल स्कैनिंग के बाद ही विधायक और अधिकारी विधानसभा में प्रवेश कर रहे थे। इतना ही नहीं अफसरों की संख्या सीमित रही तो राज्यपाल दीर्घा, दर्शक दीर्घा के साथ ही मीडिया की एंट्री भी बैन रही।
कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में हुआ था फैसला
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में तय किया गया था कि 25 मार्च को सत्र की कार्यवाही के दौरान केवल विनियोग विधेयक पास किया जाएगा। उपवेशन के दौरान प्रश्नकाल के साथ नियमों के अंतर्गत सभी प्रकार की सूचनाएं नहीं ली जाएंगी और विनियोग विधेयक पास करने के अलावा अन्य सभी विधायी कार्य निषेध होंगे।
कोरोना के चलते सत्र को किया गया स्थगित
विधानसभा का बजट सत्र गैरसैंण में 3 मार्च को शुरू होकर 7 मार्च को स्थगित हुआ था। इसके अगले चरण के लिए 25 से 27 मार्च तक की अवधि तय की गई थी। इसी बीच राज्य में कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी। इसके बाद यह संशय बना रहा कि सत्र को गैरसैंण या देहरादून में से कहां पर आहूत करवाया जाए। बाद में सत्र का अगला चरण देहरादून में करने का निर्णय लिया। अब कोरोना वायरस से बचाव के चलते राज्य में लॉकडाउन घोषित किया गया है। इसीलिए अब सत्र की अवधि एक दिन कर दिया गया और इसमें बजट पास किया गया।