हर्बल चाय उत्पादन को बनाया आजीविका का साधन।
अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : प्रखडं नौगांव हिमरोल निवासी किसान पंडित भरत सिहं राणा ने अब कृषि की एक और तकनिकी पर हाथ आजमाया है, भरत सिहं राणा ने अपने बगिचे में हर्बल चाय उत्पादन का कार्य प्रारंभ कर दिया है। इससे पहले राणा अपने बगिचे में विभिन्न किस्म के सेब और अन्य फल और सब्जीयों सहित घरेलू उत्पादों को अपने आजीविका का साधन बना चुके हैं और दर्जनों लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।
किसान पंडित भरत सिहं राणा ने बताया कि हमारे अपने बागीचे में उत्पादित तुलसी, लेमन( हर्बल चाय ) यह तुलसी, लेमनग्रास,तेजपत्ता, रोजमेरी, गुलाब के फूल, बुरांस के फूल, स्टेबिया, आदि से तैयार की गयी है।
यह हर्बल चाय कई प्रकार के औषधीय गुणों से भरपूर है,
इसमें कई प्रकार के वायरस/रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता विद्यमान है।
कोरोना काल के दौर में भी तुलसी लेमन हर्बल चाय इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है जिसकी भारत के सभी राज्यों से अच्छी डिमांड आ रही है, और हम पार्सल द्वारा विभिन्न राज्यों में भेज रहे हैं। भरत सिहं राणा का स्वदेशी उत्पादों का यह कारोबार समुचे प्रदेश में ही नहीं भारत के विभिन्न राज्यों में भी इन उत्पादों की भारी मात्रा में मांग है।