तनावपूर्ण जीवन से मुक्ति पाने के लिए योग ही एकमात्र समाधान – योगाचार्य
1 min readदेहरादून : विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के पहल पर विधानसभा के कार्मिकों को प्रत्येक माह की 21 तारीख को चलने वाले योगाभ्यास कार्यक्रम में मुख्य योगाचार्य के रूप में उपस्थित हुए वीरेंद्र चौहान ने कहा है कि योग मनुष्य को आत्मा से परमात्मा तक मिलाने की एक प्रक्रिया है l उन्होंने कहा है कि वर्तमान समय के तनावपूर्ण जीवन से मुक्ति पाने के लिए योग ही एकमात्र समाधान है।
विधानसभा के योग सभागार में आयोजित योगाभ्यास, ध्यान, एकाग्रता आदि विभिन्न विषयों का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया जिसमें विधानसभा के कार्मिकों को योग प्रक्रिया सिखाते हुए योगाचार्य वीरेंद्र चौहान ने कहा है कि मनुष्य के लिए जितना आवश्यक भोजन है, स्वस्थ रहने के लिए उतना ही आवश्यक योग भी है।
बदलते मौसम के साथ योग कितना आवश्यक है इस विषय पर बोलते हुए योगाचार्य चौहान ने कहा है कि ध्यान, प्रणाम, आसन यह विभिन्न क्रिया मनुष्य को स्वस्थ रखती है उन्होंने कहा है कि जब मनुष्य स्वस्थ होगा तभी हम स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं।
विधानसभा के कार्मिको को योग पर आधारित जीवन चर्या से संबंधित पूछे गए सवालों के जवाब में योगाचार्य ने कहा है कि किसी भी बीमारी की शुरुआत हमारे द्वारा बरती गई अनियमितताओं से होती है ।उन्होंने कहा है कि उन अनियमितताओं को नियमित योग करने से ठीक किया जा सकता है। यदि व्यक्ति नियमित सही तरीके से योग को अपने जीवन में उतारते हैं तो वह तन मन स्वस्थ रहता है।
इस अवसर पर विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल, भारत चौहान, हरीश चौहान, दीप चंद, राकेश पाल, कपिल धोनी, कैलाश अधिकारी , हिमांशु त्रिपाठी, बालम बगड़वाल, शेखर चंद्र कांडपाल, राजेश उनियाल, राज किशोर, मीनाक्षी, चंद्र पाल, विवेक चमोला सहित अनेक अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थेl