कोविड-19, तीसरे फेस के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा नरेंद्र नगर अस्पताल – मंत्री सुबोध उनियाल
1 min readनरेंद्र नगर/टिहरी : कोविड-19 के तीसरे फेस की संभावनाओं के मद्देनजर नरेंद्र नगर श्री देव सुमन अस्पताल को स्वास्थ्य संबंधी अत्याधुनिक मशीनी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। ताकि यहां भर्ती मरीजों को तत्काल राहत व सुविधा मिल सके। बुधवार को यहां अस्पताल और आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने यह बात कही।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि वर्तमान में नरेंद्र नगर अस्पताल के कोविड सेंटर में कुल आठ मरीज भर्ती हैं। कहा कि कॉविड-19 से लड़ाई में नरेंद्र नगर सुमन अस्पताल ने अपनी विशिष्ट छाप छोड़ी है। डॉक्टर यहां दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। कोविड-19 के सेकेंड फेस में यहां 200 बेड का अस्पताल, 500 केएमएल का एक्सीजन प्लांट तैयार किया गया है। जिसमें इलाज के लिए टिहरी, उत्तरकाशी, देहरादून आदि पहाड़ी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए पहुंचे व ठीक होकर गए। कहा कि कोविड-19 के तीसरे फेस के मद्देनजर नरेंद्र नगर सुमन अस्पताल को अत्याधुनिक सुविधाओं(12 बेड का बच्चों के लिए आईसीयू, सिटी स्कैन सुविधा, 500 केएमएल का एक और ऑक्सीजन प्लांट, अल्ट्रासाउंड मशीन) से लैस किया जाना है। साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर एवं 10 लीटर वाले 50 कंस्लट्रेटर भी लगाए जाने हैं। इससे तीसरे फेस में अस्पताल में 200 मरीजों को तत्काल इलाज की सुविधा मिलेगी और अफरा-तफरी का माहौल नहीं बनेगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधीशासी अभियंता युवराज सिंह को अस्पताल के मुख्य द्वार पर फ्लैशलाइट एवं साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए।
मौके पर जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव,नरेंद्र नगर पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार, उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्र तहसीलदार अयोध्या प्रसाद उनियाल, सीएमएस एवं अस्पताल कर्मी उपस्थित थे।
अस्पताल में बनेंगे आवासीय भवन एवं पोस्टमार्टम हाउस
नरेंद्र नगर सुमन अस्पताल में आवासीय भवनों का निर्माण होगा। इसके लिए शीघ्र धन की उपलब्धता कराई जाएगी। बुधवार को कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने ने जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव को लोक निर्माण विभाग के ओल्ड हाउस भवनों को नियमों के अनुरूप चिकित्सालय प्रबंधन को स्थानांतरण करने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने अस्पताल परिसर का भ्रमण करते हुए पोस्टमार्टम हाउस के लिए भूमि का चयन किया। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को इसके निर्माण प्रक्रिया आरंभ करने के निर्देश दिए।