गंगोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ शीतकाल के लिए हुए बंद।
1 min readअरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : आज गंगोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ शीतकाल के लिए अगले 6माह के लिए बन्द कर दिए गए है। वहीँ सैकड़ो श्रद्धालु माँ गंगा के कपाट बन्द के समय अंतिम दर्शन के साक्षी बने ।
अन्नकूट के पावन पर्व पर आज 11 बजकर 45 मिनट पर विधि विधान के साथ गंगोत्री मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। गंगोत्री से गंगा जी की भोग मूर्ति को डोली यात्रा के साथ तीर्थ पुरोहितों के गांव मुखबा रवाना किया गया।कल शनिवार को गंगा जी की मूर्ति मुखबा स्थित मंदिर में स्थापित की जाएगी।
आज सुबह से ही गंगोत्री धाम में गंगा की विदाई की तैयारियां शुरू हो गई थीं। इस दौरान गंगा का अभिषेक करने के साथ ही गंगा लहरी, गंगा सहस्त्रनाम पाठ किया गया। गंगोत्री मंदिर में श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति के दर्शन किए। तय मुहूर्त पर 11बजकर 45 मिनट पर गंगोत्री मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। इसके बाद गंगा जी की भोग मूर्ति को डोली यात्रा के साथ मुखबा के लिए रवाना किया गया। आर्मी के पाइप बैंड तथा स्थानीय ढोल-दमाऊं की अगुआई में डोली यात्रा भैरोंघाटी होते हुए रात्रि विश्राम के लिए देवी मंदिर पहुंची।इसके बाद कल यानी शनिवार को माँ गंगा की मूर्ति को मुखबा स्तिथ मंदिर में अगले छह के अखण्ड दीप जोति के साथ मंदिर में स्थापित किया जाएगा।-वंही जंहा आज गंगोत्री धाम के कपाट बन्द के समय सैकड़ो श्रद्धालु अंतिम दर्शन के साक्षी बने
माँ गंगे की उत्सव डोली कल भैया दूज के पावन पर्व पर शीतकालीन प्रवास मुखवा पहुचेगी और अगले 6माह तक मुखवा में ही माँ गंगा के दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे।
गंगोत्री कपाट बन्द के अवसर पर गंगोत्री तीर्थ पुरोहित सहीत गंगोत्री पूर्व विधायक, पूर्व चार धाम उपाध्यक्ष और भाजपा नेता सूरतराम नौटियाल, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष उत्तरकाशी रमेश सेमवाल सहीत सेकडो़ श्रदालु और तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे।