सांकेतिक रूप से मनाया गया गरुड़छाड़ मेला।

सोनू उनियाल
जोशीमठ : लॉकडाउन के चलते सांकेतिक रूप से मनाया गया गरुड़छाड़ मेला,
नृसिंह मंदिर में भगवान नारायण और भगवान गरुड़ का बदरीनाथ धाम के रावल ने किया वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया अभिषेक,
मान्यता है कि भगवान नारायण अपने वाहन गरुड़ में बैठकर जाते बदरीनाथ धाम पूर्व में भगवान नारायण और गरुड़ आते थे आकाश मार्ग से,
भगवान गरुड़ और भगवान नारायण को छोड़ा जाता था रस्सी के सहारे,
प्राचीन काल से चली आ रही परंपरा के तहत मनाया जाता है गरुड़ छाड़,
बदरीनाथ धाम यात्रा का माना जाता है श्रीगणेश।
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