मसूरी – वन विभाग के ट्रेप कैमरा में टिहरी बाई पास रोड कूडाघर के निकट ट्रेप हुई थी भालू की तस्वीर।
मसूरी : मसूरी वन प्रभाग से सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत विगत दिनों टिहरी बाई पास रोड पर आईडीएच में वन विभाग द्वारा लगाये गये ट्रेप कैमरा में कैद भालू की तस्वीर मांगी गई थी जिस पर वन विभाग ने अपने उत्तर में लिखा है कि भालू की तस्वीर ट्रेप कैमरा से डिलीट कर दी गई है। जो अब उपलब्ध नहीं हो पायेगी।
सूचना मांगने वाले प्रदीप भंडारी ने इस पर गंभीर आपत्ति की है व कहा कि उत्तराखंड सरकार के महत्वपूर्ण वन विभाग का यह कारनामा निंदनीय है। क्यों कि भालू जैसे खतरनाक जानवर के फोटो का रिकार्ड खत्म कर दिया जाना गलत है। इससे ऐसा लगता है कि वन विभाग को वहां रह रहे इंसानों की कतई चिंता नहीं है। मालूम हो कि प्रदीप भंडारी ने वन विभाग से टिहरी बाई पास के समीप आईडीएच में रह रहे मजदूरों के घर में भालू के आने व उसके कैमरे में ट्रेप होने की तस्वीर सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी थी जिसमें वन विभाग की ओर से जारी वन क्षेत्राधिकारी मसूरी रेंज ने उत्तर में लिखा कि ट्रेप कैमरे में कैद की गई भालू की तस्वीर को डिलीट कर दिया गया है तथा वहा निवास कर रहे मजदूरों में वन्य प्राणियों के भय को समाप्त करने के लिए वन विभाग की उक्त क्षेत्र में निरंतर गश्त की जा रही है। प्रदीप भंडारी का कहना है कि वन विभाग ने ट्रेप कैमरे से भालू की फोटो डिलीट चिंता जनक है। इससे लगता है कि विभाग को वहां रह रहे मजदूरों के जीवन से कोई लेना देना नहीं है।