मसूरी – स्वाधीनता का अमृत महोत्सव एवं विजय दिवस समारोह का किया गया भव्य आयोजन।
मसूरी : महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कालेज सभागा में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव एवं विजय दिवस समारोह मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि निधि बहुगुणा एवं प्रधानाचार्य मनोज रयाल ने दीप प्रज्वलन सर्व पुष्पार्चन कर किया। व इस मौके पर उन्होंने भारतीय सेना के शौर्य के बारे में बताया व कहा कि सेना के बलिदान को भूलना नहीं चाहिए।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि निधि बहुगुणा ने अपने संबोधन में कहा कि 15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र तो हुआ लेकिन पूर्ण रूप से स्वतंत्रता हमे बहुत देर बाद प्राप्त हुई। उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से भारत की उन सीमाओं को मानचित्र पर दिखाया जो विदेशी शक्तियों के अधीन थी। उन्होंने 1962, 1965, 1971 में हुए युद्धों के विषय में भी विस्तृत जानकारी दी व कहा कि हमें अपनी भारतीय सेना के साहस, शौर्य, पराक्रम एवं बलिदान को भूलना नहीं चाहिए। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मसूरी नगर के नगर बौद्धिक प्रमुख अनुज हायल ने भी भारतीय स्वतंत्रता का इतिहास एवं भारतीय सेना के पराक्रम के विषय में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय स्वयंसेक संघ मसूरी नगर के नगर कार्यवाह सुमन नौटियाल ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य देहराइन उत्तरी महानगर के बौद्धिक शिक्षण प्रमुख मनोज माल नगर के स्वयंसेवक एवं विद्यार्थी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनेक देशभक्ति गीत भी प्रस्तुत कर मंत्र मुग्ध किया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज रयाल ने सभी उपस्थित जनों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि देश को आजादी दिलाने में जिन महापुरुषों का महत्वपूर्ण योगदान रहा उनमें से अनेक महापुरुषों के नामों से हम अपरिचित हैं उन्हें नहीं भूलना चाहिए। जिस पर हमारी एकता अखण्डता की नींव टिकी हैं।