मसूरी – उपजिला चिकित्सालय बनने के बाद पहली बार हुआ आपरेशन।
मसूरी : उपजिला चिकित्सालय लंढौर बनने के बाद पहली बार अस्पताल में एक हडडी रोग का अति महत्वपूर्ण सफल आपरेशन किया गया। जिस पर सीएमएस डा. यतेंद्र सिंह ने हडडी रोग विशेषज्ञ डा. अरविंद राणा, एनेस्थेटिक डा. खजान सिंह चौहान को बधाई दी। उन्होंने कहाकि इस सफलता के लिए प्रदेश के कबीना मंत्री गणेश जोशी, भाजपा मसूरी मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, डीजी स्वास्थ्य, सीएमओ सहित प्रशासन का विशेष आभार है जिनके अथक प्रयास से ओटी में उपकरण व सुविधाएं उपलब्ध हो सकी। उन्होंने यह भी कहा कि शीघ्र ही अस्पताल में जो कमी पेरामेडिकल स्टाफ व ओटी स्टाफ की कमी है वह भी धीरे धीरे पूरी की जायेगी ऐसी उम्मीद है इसके लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है।
उप जिलाचिकित्सालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में सीएमएस डा. यतेंद्र सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उप जिलाचिकित्सालय बनने के बाद पहली बार अस्पताल में हडडीरोग विशेषज्ञ डा. अरविंद राणा जो एम्स से यहां आये है व एनेस्थेसिक डा. खजान सिंह चौहान की सूझबूझ से आर्थोपेडिक का सफल आपरेशन किया गयां। इसमें रोगी की हडडी का आपरेशन किया गया जो करीब डेढ महीने पुराना था जिसे मल्ल यूनियन ज्वाइन का था जो काफी जटिल व कठिन होता है। जिसमें चार से पांच घंटे का समय लगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों ने सीमित संसाधनों में सफल आपरेशन किया जो अस्पताल की बड़ी उपलब्धि है। इस मौके पर आर्थोपेडिक सर्जन डा. अरविंद राणा ने कहा कि एक युवक जिसकी पैर की हडडी करीब डेढ माह पहले टूटी थी व गलत जोड़ की गई थी जिस कारण वह चल नहीं पा रहा था तो उन्हें आपरेशन की सलाह दी गई लेकिन उन्होंने कहा कि वह यहीं पर आपरेशन करवाना चाहते है जिस पर तैयारी की गई व उनका सफल आपरेशन किया गया। जबकि सुविधाएं नहीं थी। उन्होेंने कहा कि अब मसूरी में लगातार सर्जरी की जायेगी जिसका लाभ आसपास के लोगों को मिलेगा हालांकि अभी पेरामेडिकल व प्रशिक्षित स्टाफ की कमी है। वहीं एनेस्थेटिक चिकित्सक डा. खजान सिंह ने कहा कि स्टाफ की कमी होने के बाद भी आपरेशन किया गया जो सफल रहा। और आने वाले समय में इसी तरह यहां पर अन्य रोगों के भी आपरेशन किए जायेंगे। इस मौके पर रोगी दिनेश चौहान ने बताया कि वह हिमाचल के रहने वाले है व डेढ माह पूर्व पैर का फ्रेक्चर हो गया था पहले वहां दिखाया उसके बाद हिमाचल में ही दूसरे अस्पताल में दिखाया लेकिन लाभ नहीं मिला व उन्होंने हडडी गलत जोड़ दी। जिसके बाद वह देहरादून आये वहां किसी ने डा. अरविंद राणा के बारे में बताया तब उनसे संपर्क किया उन्होंने कहा कि मामला पुराना व जटिल है लेकिन उन्होंने आपरेशन करने की हामी भर दी व मसूरी भेज दिया और यहां पर सफल आपरेशन हो गया अब में बहुत खुश हूं। इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सक डा. प्रदीप राणा भी मौजूद रहे।