अकादमी के दो प्रशिक्षु अधिकारियों को रखा गया एकांतवास में।
मसूरी : लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के दो प्रशिक्षु अधिकारियों ने अपने को सेल्फ क्वारंटाइन में रख लिया है। विगत दिनों व देहरादून स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के भ्रमण पर गए थे। हालांकि दोनों अधिकारियों में किसी तरह के रोग के लक्षण नहीं मिले हैं लेकिन कोरोना वाइरस के संक्रमा को लेकर एहतियातन उन्होंने 14 दिन तक किसी से न मिलने या संपर्क करने का निर्णय लिया है।
इस संबंध में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के निदेश्ज्ञक संजीव चोपड़ा ने बताया कि एक प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी इससे पहले आईएफएस प्रोबेशनर्स के रूप में वन अकादमी का हिस्सा रहा है इसी लिहाज से प्रशासनिक अकादमी के यह अधिकारी अपने रूममेट अधिकारी के साथ वन अकादमी गए थे। वहां दोनो प्रशिक्षुओं ने स्पेन आदि देशों का दौना कर लौटे व कुछ परिचित प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारियों से भी मिले थे। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के एक प्रशिक्षु अधिकारी में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है उसको देखते हुए दोनों प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को सेल्फ क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। दोनों अधिकारियों को एकांत में रहने के लिए हास्टल के एक अलग कमरे में प्रबंध किया गया है। अकादमी के निदेशक संजीव चोपड़ा का कहना है कि दोनों अधिकारियों का स्वास्थ्य ठीक है यदि इस बीच उनमें कुछ लक्षण पाये जाते हे तो चिकित्सीय परामर्श लिया जाएगा। लेकिन ये दोनों अधिकारी कोरोना वायरस आईएफएस के संपर्क में रहे हैं और अकादमी में अन्य प्रशिक्षुओं के संपर्क में भी रहे होगें परंतु इस पर कोई बोलने को तैयार नही है। हालांकि इन दोनों अधिकारियों को क्वारंटाइन में भेज दिया गया है पर अन्य प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए यह सुरक्षित नहीं हो सकता। क्यों कि ये बाहर भी अन्य लोगों के संपर्क में आये होंगे। हालांकि दोनों आईएएस अधिकारियों में अभी तक कोरोना के लक्षण नहीं पाये गये हैं और दोनो सेफ हैं लेकिन जिस तरह ये एकांतवास में भेजे गये हैं वहीं अन्य प्रशिक्षु अधिकारियों को भी इस तरह एकांतवास में भेजा जायेगा या नहीं जिनसे इनका संपर्क हुआ है।