April 16, 2024

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देवप्रयाग जन कल्याण समिति एनं निफा के स्वास्थ्य शिविर में 250 ने कराया परीक्षण व 82 यूनिट रक्त एकत्रित।

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मसूरी : देवप्रयाग कीर्ति नगर जनकल्याण समिति मसूरी एवं नेशनल इंटीग्रेटिड फोरम ऑफ आर्टिस्ट एंड एक्टीविस्ट के संयुक्त तत्वाधान में निःशुल्क कैंसर जांच, नेत्र परीक्षण, सामान्य परीक्षण एवं रक्तदान शिविर लगाया गया।
देवप्रयाग कीर्ति नगर जन कल्याण समिति एवं नेशनल इंटीग्रेटिड फोरम ऑफ आर्टिस्ट एंड एक्टिविस्ट के संयुक्त तत्वाधान में कुलड़ी स्थित राधा कृष्ण मंदिर सभागार में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया। जिसका उदघाटन कैंसर विशेषज्ञ डा. अजीत तिवाड़ी ने किया। जिसमें नेत्र परीक्षण शिविर, कैंसर जांच शिविर, सामान्य जांच शिविर के साथ ही रक्तदान शिविर लगाया गया। शिविर में बड़ी संख्या में लोगों ने शिविर का लाभ लिया। शिविर में 250 लोगों का सामान्य परीक्षण व नेत्र परीक्षण किया गया जिसमें से 8 मोतियाबिंद के रोगियों का आगामी 15 मई को महंत इंद्रेश अस्पताल में निःशुल्क आपरेशन होगा जहां रहने खाने की सारी सुविधाएं दी जायेंगी। शिविर में 25 लोगों की कैंसर जांच की गई जिसमें डा. अजीत तिवारी ने रोगियों की जांच की वहीं सामान्य परीक्षण डा हरप्रीत प्रजापति ने किया। शिविर में 82 लोगों ने रक्तदान किया, रक्तदान में महंत इंद्रेश अस्पताल का सहयोग रहा। स्वास्थ्य शिविर के साथ ही सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया जिसमें कोरोना वारियर्स व समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले 80 लोगों को प्रशस्ति पत्र देकर घुघुती सम्मान से सम्मानित किया गया। इस मौके पर शिविर के संयोजक व देव प्रयाग जन कल्याण समिति के अध्यक्ष देवेंद्र उनियाल ने बताया कि समिति हर वर्ष रक्तदान शिविर लगाती है वहीं इस बार निफा के सहयोग से यह शिविर लगाया गया। रक्तदान शिविर का मुख्य उददेश्य जरूरतमंद रोगियों की जान बचाना है। संस्था सामाजिक कार्य करती है जिसे हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री ने भी सम्मानित किया जो उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है।

इस मौके पर नेत्र चिकित्सक डा. राजेश्वर, सामान्य चिकित्सक डात्र हरप्रीत प्रजापति, सुमित प्रजापति, दिलीप कुमार, हिमांशु, रणजीत चौहान, विनोद कंडारी, सोबन सिंह मेहरा, अजय भंडारी, बिजेंद्र भंडारी, कीर्ति कंडारी, मनीष गोनियाल, संदीप साहनी, रजत अग्रवाल, जगजीत कुकरेगा, अनीता पुंडीर, सीता पंवार, चंद्रकला सयाना, लक्ष्मी उनियाल, राम कुमार गोयल, मोहन पेटवाल, पालिका सभासद अरविंद सेमवाल, सतीश ढौडियाल, सतीश जुनेजा, अमित गुप्ता, राजेश शर्मा, देवी गोदियाल, अक्षत वर्मा, केदार चौहान, देवेंद्र बर्त्वाल, समिति के संरक्षक बिजेंद्र पुंडीर, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।


कैंसर के प्रति लोगों में जागरूता की कमी होने से रोग तेजी से बढ रहा है- डा. अजीत तिवारी।

महंत इंद्रेश अस्पताल में कैंसर विशेषज्ञ सर्जन डा. अजीत तिवारी ने बताया कि कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता नहीं है, जिसके कारण पहाड़ों में बड़ी संख्या में लोग काल के ग्रास में समां जाते हैं। उन्होंने कहा कि कैंसर ऐसा रोग नहीं है जिसका उपचार नहीं किया जा सकता लेकिन विलंब होने के कारण स्थिति बिगड़ जाती है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शहरों में कैसर के बारे में जागरूक नहीं हैं व बाहर निकल कर बताना नहीं चाहते कि कैंसर है। जब बीमारी बढ़ जाती है व तकलीफ देने लगती है तब वह उपचार के लिए आते है जब उपचार करना संभव नहीं होता। इसे शोसल टबू माना जाता है जिस तरह एचआईवी को छिपाया जाता था उसी तरह कैसर का छिपाया जाता है। कैसर बहुत बढ़ रहा है जिसका प्रमुख कारण अनियमित खानपान, शराब व धुम्रपान का अधिक सेवन किया जाना है। खाद्य पदार्थो में केमिकल मिलाया जाता है। जिसके कारण कैंसर तेजी से बढ रहा है। यही कारण है कि दुनिया में जान लेवा रोगों में कैंसर रोग, हृदय रोग के बाद सबसे तेजी से बढ रहा है। भारत में परेशानी है कि यहा कैंसर रोगी तीसरे व चौथे चरण में उपचार के लिए आते हैं जबकि यूरोपियन देशों अमेरिका आदि देशों में पहले व दूसरे चरण में रोगी उपचार के लिए आते है जहां उपचार आराम से हो जाता है वहां के लोग जागरूक हैं। उन्होंने बताया कि कैंसर के लिए बडे अस्पताल की जरूरत होती है इसमें बड़ी जांचे होती है जो छोटे अस्पताल में संभव नहीं है। लेकिन उत्तराखंड में कैंसर के अस्पताल कम है। अगर कोई रोगी है तो उन्हें जागरूक न होने पर अस्पतालों के चक्कर काटने में दो से तीन माह निकल जाते है जिससे रोग असाध्य हो जाता है। यहां तकि जनरल फिजिशियन में भी जागरूकता नही है। ऐसे में कैंसर के प्रति गांवों में जाकर जागरूकता का कार्य होना चाहिए। उन्होंने बताया कि अब कैंसर का उपचार आसान हो गया है। सरकार ने अब इसे आयुष्मान से उपचार संभव है हालांकि उपचार मंहगा है लेकिन सरकार की इस योजना से पूरा इलाज निःशुल्क होता है। ऐसे में लोगों को जागरूकता के साथ उपचार कराना चाहिए।