सावधान : कोविड-19 रोकथाम को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित अधिकारीयों को दिये महत्वपूर्ण निर्देश।
1 min readअरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के दृष्टिगत जनपद में आवश्यक कार्यवाही किए जाने के सम्बंध में अध्यक्ष जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण /जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने स्वास्थ्य महकमें के साथ ही रेखीय विभागों के अधिकारियों एवं समस्त उप जिलाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कोरोना पॉजिटिव केस प्रतिदिन बढ़ रहें है। कोरोना पॉजिटिव केस की रिपोर्ट आते ही तत्काल उसकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग शुरू की जाय। कांटेक्ट ट्रेसिंग के जरिये ही संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। इस हेतु पूर्व में तैनात सर्विलांस टीम को सक्रिय करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने आईआरएस के अंतर्गत तहसील स्तर पर इंसिडेंट कमांडर की जिम्मेदारी समस्त उप जिलाधिकारियों को दी है। कोविड-19 संक्रमण के प्रभावी रोकथाम के लिए तहसील स्तर पर जनसामान्य के जीवन सुरक्षा के लिए आवश्यक निर्णय लिए जाने हेतु समस्त उप जिलाधिकारियों को अधिकृत किया गया है। उन्होंने डीसीसीसी जीएमवीएन उत्तरकाशी व बड़कोट में आवश्यक सुविधाओं के साथ ही मेडिसन किट,ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने व सीसीटीवी कैमरे, पुलिस, पीआरडी जवानों की तैनाती करने के निर्देश दिए। तथा कोविड केयर सेंटर के प्रत्येक कक्ष में दो-तीन दूरभाष नंबर की सूची चस्पा करने को कहा। समस्त पॉजिटिव केस की मैपिंग कराने के साथ ही सेम्पलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। कोई भी व्यक्ति जो बुखार की दवाई लेने मेडिकल शॉप,आयुर्वेद, सीएचसी, पीएचसी में आ रहें है उन सभी का कोविड टेस्ट कराने के बाद कोविड मेडिसन किट दी जाय। इस हेतु स्वास्थ्य विभाग को 500 और मेडिसन किट तैयार करने के निर्देश दिए। जनपद की सीमा पर ट्रुनॉट सेम्पलिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए। जिन व्यक्तियों का सेम्पल लेते समय कोरोना के लक्षण दिख रहें है उन्हें तत्काल मेडिकल किट देने के निर्देश होम आइसोलेशन इंचार्ज को दिए। इसके अलावा वाररूम में 24 घण्टे डॉक्टर की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। ताकि आपात स्थिति में डॉक्टर मरीज को तत्काल देख सकें। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग,सर्विलांस,फ्लू क्लिनिक, मेडिकल शॉप ,आशा सर्वे में कोविड के लक्षण दिखने वाले लोगों की तत्काल टेस्टिंग कराने के निर्देश नोडल सर्विलांस सीडीओ को दिए।
जनपद में वेंटिलेटर, आईसीयू, दवाई, मास्क, पीपीई किट आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता बनी रहे सीएमओ की जिम्मेदारी तय की गई है। बैंकों में लोगों का आवागमन ज्यादा होता है। इसलिए बैंकों में कोविड-19 नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी एलडीएम की तय की गई है। तथा सभी बैंकों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये। शहरी क्षेत्र में स्वच्छता व कोरोना संक्रमित क्षेत्र की सेनेटाइजेशन की जिम्मेदारी ईओ नगर पालिका व पंचायत स्तर पर पॉजिटिव केस आने पर बीडीओ को जिम्मेदारी तय की गई। डीपीआरओ को निर्देशित किया गया कि पूर्व की भांति ग्राम प्रधानों का भी सहयोग लिया जाय। ग्राम प्रधानों से गांव में बाहर से आने वालों लोगों की सूचना कंट्रोल रूम में देने को कहा। गांव में जो भी व्यक्ति बाहर से आ रहा है उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाय। प्रत्येक गांव के सस्ते गले के विक्रताओं को भी सक्रिय करने के निर्देश जिला पूर्ति अधिकारी को दिए। जो भी व्यक्ति राशन लेने दुकान आ रहा है यदि उनमें लक्षण दिख रहें है तो इसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को देने के निर्देश दिए। सीएचसी व पीएचसी बड़कोट,पुरोला, मोरी,नौगाँव, चिन्यालीसौड़, डुंडा में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाय जो ऑक्सीजन सिलेंडर खाली हो गए है उन्हें तत्काल पुनः भरवाया जाय।
उप जिलाधिकारी पुरोला सोहन सैनी, बड़कोट चतर सिंह चौहान, सभी एमओआईसी वर्चुअल एप से जुड़ें रहें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी पिसी डंडरियाल, सीएमओ डॉ डीपी जोशी,अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, वरिष्ठ कोषाधिकारी बालकराम, उप जिलाधिकारी देवेंद्र नेगी, एलडीएम बीएस तोमर, डॉ वीके विश्वास जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।