यमुनोत्री पृथक जनपद को लेकर भुख हड़ताल, धरना स्थल पंहुचे यमुनोत्री विधायक केदार रावत।
अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : यमुनोत्री पृथक जनपद संघर्ष समिति व क्षेत्रीय लोगों ने बड़कोट में बीते सोमवार से भूख हड़ताल शुरू कर रखी है। सोमवार से हो रही पृथक जनपद की मांग को लेकर भुख हड़ताल को अब एक सप्ताह होने वाला है।
पृथक जनपद की मांग को लेकर हो रही भुख हड़ताल को लेकर धरना स्थल आज यमुनोत्री विधायक केदार सिहं रावत पंहुचे और अधिकारियों को अश्वासन दिया कि वह लगातार पृथक जनपद यमुनोत्री की मांग उठा रहे हैं और विधायक यमुनोत्री ने बताया कि वह सरकार से जल्द पृथक जनपद करने मांग कर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।
विधायक ने अनशनकारीयों को बताया कि यमुनोत्री पृथक जनपथ का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा और जल्द पृथक जनपद घोषित को लेकर सरकार से मांग की जायेगी। विधायक ने यह भी बताया कि वह लगातार आंदोलनकारीयों का सहयोग कर रहे हैं और समर्थन भी।
पृथक जनपद संघर्ष समिति के आह्वान पर यमुनोत्री को पृथक जिला बनाने की मांग के लिए क्षेत्र के लोग बड़़कोट तहसील मुख्यालय पहुंचे। तहसील परिसर में सुबह 11 बजे से ग्राम भाटिया गांव निवासी वासवा नन्द डिमरी एवं बगासु गांव निवासी चैन सिंह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तत्कालीन भाजपा सरकार के मुखिया डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड के यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत एवं डीडीहाट सहित चार नए जनपद बनाने की घोषणा की थी। लेकिन, तब से लेकर आज एक दशक बीत गया है लेकिन, आज तक भी ये जिले अस्तित्व में नहीं आ सके हैं। अब विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व में घोषित अलग जिलों को अस्तित्व में लाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। पिछले तीन तीनों से पृथक जिले की मांग को लेकर भूख हड़ताल जारी है। हडताल समर्थन देने में केन्द्रीय अध्यक्ष अब्बलचन्द कुमाई, विशाल मणि रतूड़ी, भरत सिंह चौहान, रामानंद डबराल, शांति प्रसाद बेलवाल, बलवीर सिंह रावत, महिपाल सिंह असवाल, शांति प्रसाद जगूड़ी, सुरेंद्र पुजारी मोरी, सुरबीर सिंह राणा, गुलाब सिंह, जयाड़ा, सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं।