November 21, 2024

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आईसीएससी के उत्तर भारत के स्कूलों में गुरु नानक स्कूल एक बार फिर नंबर वन घोषित।

मसूरी : शिक्षा समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए भावनात्मक, शारीरिक, आध्यात्मिक और नैतिक विकास के लिए आवश्यक हैद्य सहपाठयक्रम शिक्षा विद्यार्थियों के जीवन में एक एक पूरक के रूप में काम करता है। यह छात्रों के जीवन में न केवल बौद्धिक विकास में सहायक होता है बल्कि सामाजिक विकास तथा सौंदर्य विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। जिस प्रकार बौद्धिक व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए कक्षा में शिक्षा देना आवश्यक है, उसी प्रकार विद्यालय में छात्रों के संर्वागीण विकास, चरित्र निर्माण के लिए सहपाठ्यक्रम शिक्षा का होना आवश्यक है। छात्रों के बीच समन्वय समायोजन, भाषण प्रवाह आदि को विकसित करने में यह सहायक होता है।  सहपाठ्यक्रम शिक्षा खेल, अभिनय, गायन, नाटक तथा स्वतंत्र रूप से आत्म अभिव्यक्ति के लिए छात्रों को सक्षम बनाता है। जहां एक ओर यह स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को विकसित करता है वहीं दूसरी और संगठित रूप में कार्य करने सहयोग तथा विभिन्न परिस्थितियों में समन्वय कैसे रखा जाए इसके लिए भी एक भूमि तैयार करता है। यह छात्रों में आत्म मूल्यांकन का अवसर प्रदान करता है तथा अपनत्व की भावना को भी बलवती बनाता है। शिक्षा के क्षेत्र में सहपाठयक्रम शिक्षा के महत्व के लिए एजुकेशन टुडे ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 31 अगस्त 2023 में गुड़गांव के होटल क्राउन प्लाजा में एक विशाल समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में ज्यूरी ने व्यापक एवं गहन सर्वेक्षण के आधार पर सहपाठ्यक्रम शिक्षा श्रेणी के अंतर्गत गुरु नानक फिफ्थ सैंटनरी स्कूल विंसेंट हिल मसूरी को उत्तर भारत के समस्त आईसीएससी स्कूलों में उत्तराखंड राज्य से प्रथम रैंक प्रदान किया गया। यह सम्मान विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल तिवारी ने ग्रहण किया गया। इस समारोह में समस्त उत्तर भारत के विद्यालयों के शिक्षक प्रधानाचार्य तथा शिक्षाविद उपस्थित थे। गुरु नानक फिफ्थ सेंटेनरी स्कूल के प्रधानाचार्य अनिल तिवारी एवं प्रशासनिक अधिकारी सुनील बख्शी ने विद्यालय से सम्बंधित प्रत्येक गतिविधि, चाहे वह शिक्षण से सम्बंधित हो या अन्य किसी भी प्रकार की पाठयसहगामी गतिविधि हो अपने अथक परिश्रम, दूरदर्शिता तथा नेतृत्व का परिचय देते हुए अपने कर्तव्य का पूर्णतया निर्वहन किया। उनकी कार्यकुशलता ,योग्यता और कौशल द्वारा विद्यालय का संचालन तथा श्रेष्ठ योगदान ने ही विद्यालय को सहपाठ्यक्रम शिक्षा की समस्त उत्तर भारत के आईसीएससी स्कूलों में उत्तराखंड राज्य से प्रथम स्थान पर ला खड़ा किया। सम्पूर्ण विद्यालय प्रधानाचार्य अनिल तिवारी ,प्रशासनिक अधिकारी सुनील बख्शी द्वारा प्राप्त अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए गौवान्वित महसूस कर रहा है।