संसाधनों की कमी से जुझ रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव।
अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : उत्तराखंड में एक तरफ स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरूस्त करने की बात होती है और दूसरी ओर यमुना घाटी का सबसे बड़ा अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केद्रं इन दिनों संसाधनों की कमी से जुझ रहा है और रेफर सेटंर बना हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केद्रं में अल्ट्रासाउंड मशीन है लेकिन चलाने के लिये स्पेशलिस्ट नहीं है और ऐक्सरे मशीन है जो अधिकतर समय बंद रहती है। यमुना घाटी के सबसे बड़े अस्पताल में कोई स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं है यहां शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं है,अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ नहीं जिससे प्रसव में महिलाओं को अपनी जान ना गवानी पेड़। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव को देहरादून की तर्ज पर हाईटेक अस्पताल बनाने की मांग उठ रही और सरकार से मांग हो रही है कि यहां डॉक्टरो की व्यवस्था भरपूर हो यहा ब्लड बैंक हो आसपास में आपरेशन थियेटर हो जिससे लोग अपना ईलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव में कर सके। मामले पर सहायक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर खान ने बताया कि उनके पास आसपास में जितनी व्यवस्थायें है वह उस व्यवस्था की सेवा पूर्णरूप से दे रहे हैं। मामले पर समाज सेवी कुलदीप चौहान ने बताया कि उत्तराखंड की सरकार को सामुदायिक स्वास्थ्य केद्रं नौगांव को संसाधनयुक्त अस्पताल बनाना चाहिए जिससे आम जनता को समुचित व्यवस्था मुहैया हो सके।