रामचन्द्र जी से मिलने वन पंहुचे भरत।
सुनील सजवाण
थत्युड/टिहरी : थत्युड जौनपुर मे चल रही रामलीला मंचन के आठंवे दिन मुख्य अतिथी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जोत सिहं विष्ट ने कहा कि रामलीला हमारी आस्था के साथ साथ पौराणिक संस्कृति का भी हिस्सा है जिसे बचाना हमारा कर्तव्य है।
रामलीला के आठवे दिन वनो मे भगवान राम लक्ष्मण व मा सीता की भेंट केवट निशाद राज से होती है जंहा केवट निशाद राज भगवान को गंगा पार अपनी नाव से कराते है वंही भगवान राम सुमन्त को वापस अयोध्या भेजते है जंहा महाराज दशरथ पुत्र वियोग मे प्राण त्याग देते है भरत को ननीहाल से सुमन्त वापस अयोध्या लाते है जंहा बडे भाई राम के वनवास व पिता की मुत्यु से भरत दुःखी होते है व मा कैकई को इस कृत्य के लिए दोषी मानते है साथ ही भरत शस्त्रुघन व अयोध्या वासी भगवान राम से मिलने वन मे जाते है जंहा मा सीता पहले ही स्वप्न मे भरत के आने की बात भगवान राम से बताती है भरत मिलाप मे जब राम व लक्ष्मण को पिता की मृत्यु का पता चलता है तो वो काफी दुःखी होते है भरत के निवेदन पर की वह वापस अयोध्या चले पर भगवान राम पिता की आज्ञा निभाने की बात करते हैं व अन्त मे भगवान राम के चरण की चरण पादुका से राज्य चलाने को लेकर भरत जी राम जी की चरण पादुका लेकर वापस लौटते है।
रामलीला मंचन मे राम का अभिनय गौरव चमोली, लक्ष्मण का अभिनय रोहित जोशी, सीता का अभिनय शिवांश सजवाण, केवट निशाद राज का अभिनय सन्दीप राणा व सन्दीप शाह, दशरथ का अभिनय कमल किशोर नौटियाल, कैकई का अभिनय मुनिम प्रधान, भरत का अभिनय कौस्तुक असवाल, सुमन्त का अभिनय प्रवीण पंवार आदी ने किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जोत सिहं विष्ट, जेष्ठ उप प्रमुख सरदार सिहं कण्डारी, युवा कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष दिनेश रावत, ब्लाक अध्यक्ष अनिल बधानी, जिला किसान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महावीर चौहान , आई टी सैल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विरेन्द्र रावत, सदस्य क्षेत्र पंचायत सुमन भारती, अनिल कैन्तुरा, शैलेन्द्र लेखवार, मोहन चमोली, फुलदास भारती , भीमराव अम्बेडकर जागृती समिती के अध्यक्ष शिव दास , टैक्सी युनियन के अध्यक्ष सज्जन चौहान , रामलीला समिती के अध्यक्ष गजेन्द्र असवाल, मुनिम प्रधान, हरिलाल, गुरू प्रसाद, राम प्रकाश भट्ट, कमल किशोर, हरिश नौटियाल, शांती प्रसाद चमोली आदी लोग मौजुद रहे।
मंच का संचालन सुनील सजवाण ने किया।