पालिका ईओ रोहिताश शर्मा की तैनाती के आदेश निरस्त, आशुतोष सती के नियुक्ति के आदेश।
मसूरी : शासन ने आखिरकार मसूरी नगर पालिका में बतौर अधिशासी अधिकारी रोहिताश शर्मा की तैनाती के आदेश को निरस्त कर दिया है व शासन ने उनके स्थान पर अब आशुतोष सती की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं। जिसके चलते लंबे समय से चल रहा संशय समाप्त हो गया है।
मालूम हो कि गत वर्ष जुलाई माह में शासन ने रोहिताश शर्मा को मसूरी नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी के पद पर नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए थे. जिसका मसूरी में मजदुर संघ, मसूरी महिला विकास मोर्चा, होटल यूनियन आदि ने पुरजोर विरोध किया था. दरअसल रोहिताश शर्मा पर पूर्व में मसूरी नगर पालिका में अधिशारी अधिकारी के पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार से संबंधित कई आरोप लगे थे जिसमें महत्वपूर्ण सरकारी अभिलेख गायब करने, नगर पालिका मसूरी के दो दो वाहनों की चोरी करवाने सहित अन्य गंभीर आरोप थे।. जिसको लेकर इन संस्थाओं द्वारा रोहिताश शर्मा का विरोध किया जा रहा था. यही नही रोहिताश शर्मा की नियुक्ति के खिलाफ मसूरी निवासी मजदूर नेता व श्रमिक सहकारी समिति के अध्यक्ष भगवान सिंह चैहान ने हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल कर दी थी. जिस कारण लाख चाहने के बाद भी न ही शासन जुलाई से अब तक रोहिताश शर्मा को मसूरी पालिका भेज पाया और न ही विरोध को देखते हुए रोहिताश शर्मा खुद भी मसूरी आ पाए।.बहरहाल शासन ने रोहिताश शर्मा की नियुक्ति निरस्त करते हुए ए श्रेणी के अधिशासी अधिकारी आशुतोष सती को मसूरी पालिका में नियुक्ति कर दी है. वही शासन के आदेश के अनुसार मसूरी पालिका में कार्यरत अधिशासी अधिकारी एमएल शाह भी अग्रिम आदेशों तक मसूरी में ही अपने पद पर कार्यरत रहेंगे. आशुतोष सती वर्तमान में नैनीताल स्थित डॉ आर एस तोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।.
रोहिताश शर्मा की नियुक्ति के आदेश निरस्त करने पर मजदूर नेता भगवान सिंह चैहान ने शासन का आभार व्यक्त किया व आशुतोष सति की नियुक्ति का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि रोहिताश शर्मा की नियुक्ति मसूरी वासियों के लिए न्याय संगत नही थी. क्योंकि जिस अधिकारी पर पूर्व में भ्रष्टाचार के आरोप रहे हो, ऐसे अधिकारी का मसूरी में नियुक्त होना मसूरी के लिए सही नही था. बहरहाल शासन ने अब उनकी नियुक्ति निरस्त कर ए श्रेणी के अधिशासी अधिकारी आशुतोष सती को मसूरी नगर पालिका के लिए नियुक्त कर दिया है।