मसूरी – सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने को लेकर पालिका में आयोजित हुई बैठक।
मसूरी : नगर पालिका सभागार में सिंगल यूज प्लास्टिक व सामान्य प्लास्टिक को बंद करने को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें 50 माइक्रोन से नीचे के प्लास्टिक का पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया गया वहीं कहा गया कि ऐसा न करने वालों का चालान किया जायेगा। बैठक में लोगों ने सुझाव भी दिए।
बैठक में नगर पालिका स्वास्थ्य अधिकारी डा. आभास सिंह ने कहा कि स्वच्छता सर्वे में मसूरी प्रदेश में पहले स्थान पर आया है पहले इस स्थान को बचाये रखना है वहीं कूड़ा प्रबंधन व प्लास्टिक मुक्त मसूरी बनाने का प्रयास करना है इन्हीं बातों को लेकर बैठक में चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि व्यापार संघ के पदाधिकारियों से वार्ता की गई व गजट में जो दरें निर्धारित की गई उसके बारे में अवगत कराया। वहीं कूड़ा प्रबंधन में कार्यदायी संस्था कीन को निर्देशित किया गया कि कूड़ा ले जाने वाली सभी छह गाड़ियों को प्रतिदिन धोया जाय, व उनका रिकार्ड रखा जायेगा वहीं कूड़ा ढक कर ले जाया जायेगा। ताकि गंदगी से लोग प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को कहा गया है कि वह पचास माइक्रोन के प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करें उससे कम माइक्रोन की थैलियों का प्रयोग न करें। चालान करना व अभियान चलाना निरंतर प्रक्रिया का हिस्सा है लेकिन उददेश्य जनता व व्यापारियों को जागरूक करना है। मुख्य शहर के अलावा दूरस्थ क्षेत्रों में सफाई न होने की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि पूरी मसूरी को स्वच्छ रखना पालिका स्वास्थ्य विभाग का दायित्व है केवल मालरोड नहीं। उन्होंने कहा कि झ़डीपानी बार्लोगंज व भटटा फाल से शिकायतें मिल रही है कि वहां कूड़े के ढेर लगे है उसका स्वयं व स्वास्थ्य निरीक्षक मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे व उसका निस्तारण करेंगे।
इस मौके पर कीन संस्था की सचिव सुनीता कुंडले ने कहा कि मसूरी के लिए गौरव की बात है कि स्वच्छता में मसूरी पहले स्थान पर आया लेकिन उसके साथ ही जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। इसको बनाये रखने के लिए व्यापारियों के साथ बैठक कर सहयोग मांगा गया है व उनसे सुझाव लिए गये हैं। उन्होंने कहा कि मसूरी में 1150 दुकानें है लेकिन केवल 150 दुकानदार ही कीन को कूड़ा निस्तारण का शुल्क देते हैं। ऐसे में सभी दुकानों का सर्वे किया जायेगा व उसके बाद उनकी कैटेगरी बनाकर शुल्क निर्धारित किया जायेगा वहीं यह भी जाना जायेगा कि आखिर दुकानदार सहयोग क्यों नहीं कर रहे जबकि व्यापार संघ सहयोग दे रहा है। वहीं दुकानदारों की सुविधा के लिए उनसे समय तय कर उसी के अनुसार कूड़ा एकत्र किया जायेगा जिन स्थानों पर परेशानी हो रही है वहां के लिए गाड़ी एक स्थान पर खड़ी की जायेगी व कीन के कर्मचारी दुकानों से कूड़ा एकत्र कर गाड़ी तक लायेगे। इस मौके पर व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि शहर को स्वच्छ रखने में व्यापारी पूरा सहयोग करेंगे लेकिन नगर पालिका को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में पालिका बोर्ड में प्रस्ताव पास किया गया था कि ईको शुल्क का पैसा पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता के लिए खर्च किया जायेगा। वर्तमान में करीब ढाई करोड़ रूपया ईको शुल्क के रूप में वसूला जा रहा है लेकिन यह पैसा स्वच्छता में नहीं लग रहा। जबकि पालिका के पास अब केवल शहर की सफाई का दायित्व है और उसके लिए पालिका अपने पर्यावरण मित्रों के अलावा कीन संस्था हिलदारी का सहयोग ले रही है और अब नेशनल मिशन ऑफ हिमालया स्टडीज के कर्मचारी भी इसमें जुड़ गये हैं जबकि इसमें पारदर्शिता नहीं है। नगर पालिका भ्रष्टाचार को रोके अन्यथा व्यापार संघ आंदोलन करेगा। इस मौके पर हिलदारी के प्रबंधक अरविंद शुक्ला ने कहा कि मसूरी को स्वच्छ बनाना सभी का दायित्व है और इसके साथ ही प्लास्टिक से मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि नालों खालों में सफाई बनी रहे। व लोगों को जागरूक किया जाय कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए हानिकारक है इसका प्रयोग न करें।
इस मौके पर नगर पालिका स्वास्थ्य निरीक्षक विरेंद्र बिष्ट, धनप्रकाश अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, महिमानंद, जगजीत कुकरेजा, नागेंद्र उनियाल, राजकुमार, विजय लक्ष्मी काला, किरन, सभासद जसोदा शर्मा, सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।