समिति बग्वाल कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही पूर्व डीजीएमओ अनिल भटट को करेगी सम्मानित।
मसूरी : उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर कीर्तिनगर नागरिक विकास समिति सांस्कृतिक एवं बग्वाल मिलन कार्यक्रम आयोजित करेगी। इस अवसर पर भारतीय सेना में 39 साल तक देश की सेवा कर सेवानिवृत्त होने वाले डीजीएमओ लेज. अनिल कुमार भट्ट को सम्मानित किया जाएगा।
कीर्तिनगर नागरिक विकास समिति कार्यकारणी की बैठक कुलड़ी स्थित एक रेस्टोरेंट में हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष देवेश्वर प्रसाद जोशी ने कहा कि कोरोना काल में समिति के लोग अपने अपने माध्यम से जनता की सेवा करने में आगे रहे, इसके लिए ऐसे सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए समिति के सदस्य अभी भी लगातार जरूरतमंदों की सेवा अवश्य करें । लम्बे अरसे के बाद हुई समिति की बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर व्यापक चर्चा हुई। तथा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि समिति पूर्व की भाॅति इस बार भी राज्य स्थापना दिवस तथा बग्वाल कार्यक्रम आयोजित करेगी। लेकिन इस बार आयोजन का स्वरूप सूक्ष्म होगा। कोरोना गाइड लाइन का पूर्ण पालन किया जायेगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि यह आयोजन मसूरी शहीद स्थल पर 8 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित होगा। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे और 39 साल देश की सेवा कर चुके पूर्व डीजीएमओ लेज, अनिल कुमार भट्ट को समिति सम्मानित करेगी। मसूरी निवासी भट्ट ने सिर्फ मसूरी व कीर्तिनगर क्षेत्र का ही नहीं बल्कि और पूरे प्रदेश का नाम देश में ऊॅचा किया है। भट्ट मूल रूप से ग्राम खतवाड़ पट्टी लोस्तु कीर्तिनगर के निवासी हैं। उल्लेखनीय है कि कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने सहित अनेकों उपलब्धियाॅ डीजीएमओ भट्ट के नाम दर्ज हैं। एक अन्य प्रस्ताव में समिति ने शिफनकोर्ट से बेघर किए गए लोगों के प्रति प्रशासन की अनदेखी पर नाराजगी व्यक्त की है तथा मसूरी नगर पालिका और मसूरी विधायक से शिफनकोर्ट के लोगों की अविलम्ब स्थाई और अस्थाई विस्थापन की मांग की है। समिति इस सम्बन्ध में मसूरी नगर पालिका और मसूरी विधायक को पत्र भी सौंपेगी। बैठक में देवेश्वर प्रसाद जोशी, कैंट बोर्ड सभासद पुष्पा पडियार, प्रमिला नेगी, लीला कण्डारी, प्रदीप भण्डारी, धर्मपाल पंवार, श्रीपत कण्डारी, कमल भण्डारी, बिजेंद्र भण्डारी, सुंदर लाल, सोनी पंवार, अवतार सिंह कैंतुरा आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।