भातिसीपु ने गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया, 11 अधीनस्त अधिकारी व जवान सम्मानित।
मसूरी : भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल अकादमी ने गणतंत्र दिवस सैन्य रीति से मनाया। परेड ग्राउंड में आयोजित गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में अकादमी के निदेशक महानिरीक्षक पीएस पापटा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस मौके पर आकर्षक वेशभूषा में बल के जवानों व अधिकारियों ने राष्ट्र ध्वज को सलामी दी व देश की आन बान व शान की सुरक्षा का संकल्प लिया। इस मौके पर अकादमी के 11 अधिनस्त अधिकारियों, जवानों को उनकी लंबी व समर्पित सेवा के लिए बल के महानिदेशक द्वारा प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
गणतंत्र दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईटीबीपी अकादमी के निदेशक महानिरीक्षक पीएस पापटा ने कहा कि लंबे संघर्ष एवं असंख्य बलिदानों की कीमत पर देश को आजाद मिली है। उन्होंने आजादी के महत्व को समझाते हुए जवानों को देश की संप्रभुता की रक्षा करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आज कई आंतरिक एंव वाहय विघटनकारी ताकतों की सक्रियता के कारण तेजी से बदलते सुरक्षा परिदृष्य के चलते उन्होंने जवानों को अपनी हर डयूटी पूण्र सतर्कता एवं तत्परता से निभाने हेतु विशेष आहवान किया। उन्होंने देश को अभेदय सुरक्षा प्रदान करने को अक्षुण सुरक्षा प्रदान करने वाली भारत तिब्बत सीम पुलिस की शानदार उपलब्धियों को गिनाया और जवानों को बल की गरिमा को अक्षुण बनाये रखने हेतु कई महत्वपूर्ण सूत्र दिए। गणतंत्र दिवस पर अकादमी के 11 अधीनस्त अधिकारियों एवं जवानों को उनकी लंबी व समर्पित सेवा के लिए सम्मानित किया गया जिसमें सूबेदार मेजर सूर्य कांत को महानिदेशक सिल्वर मेडल, निरीक्षक विनोद कुमार को महानिदेशक सिल्वर मैडल, निरीक्षक सोहन सिंह को महानिदेशक सिल्वर मैडल, निरीक्षक अनिल कुमार को महानिदेशक सिल्व मैडल, उपनिरीक्षक अमर सिंह को महानिदेशक सिल्वर मैडल, हैड कांस्टेंबल विजय सिंह को महानिदेशक गोल्ड मैडल, हैड कांस्टेबल अर्जुन को महानिदेशक गोल्ड मैडल, हेड कांस्टेबल आर मरिमुत्थु को महानिदेशक गोल्ड मैडल, कांस्टेबल रवि कुमार को महानिदेशक गोल्ड मैडल, कांस्टेबल रोहित चैहान को महानिदेशक गोल्ड मैडल व कास्टेबल रामधन को महानिदेशक सिल्व मैडल से सम्मानित किया गया। इस मौके पर उप निदेशक ब्रिगेडियर राम निवास, सेनानी प्रशासन परमिंदर सिंह, सेनानी प्रशिक्षण वेणुधर नायक, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. रोहित नौटियाल, सहित अधिकारी व जवान बड़ी संख्या में मौजूद रहे।