हिमांचल की तर्ज पर मरनेगा कर्मीयों को दिया जाये मानदेय – दर्शनी
1 min readअरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : प्रदेश में 15मार्च से चल रही मनरेगी कर्मीयों के कार्य बहिष्कार से विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न हो गयी है, कर्मीयों के कार्य बहिष्कार से ग्रामीण विकास चौपट हो गया है और लोगों के सामने रोजगार का संकट गहरा गया है,विकासखडं नौगांव उप प्रमुख दर्शनी देवी ने बताया कि मनरेगा के कर्मीयों का मानदेय हिंमाचल प्रदेश के तर्ज पर हो और कर्मीयों को उचित ग्रेड पे दिया जाये, दर्शनी ने सरकार से मांग उठाई कि मनरेगा कर्मीयों के साथ न्याय किया जाये और यदि सरकार कर्मीयों की सेवा समाप्ति की बात करती है तो गलत है।
नौगांव उप कनिष्ठ प्रमुख दर्शनी ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मनरेगा कर्मीयों के साथ उचित न्याय की बात उठाई है।
क्या कहा उप कनिष्ठ प्रमुख दर्शनी देवी ने –
माननीय मुख्यमंत्री
तीरथ सिहं रावत जी।
महोदय ,
सादर प्रणाम,
विगत 15 मार्च से मनरेगा कर्मचारी अपनी एक सूत्रीय न्योचीत मांग विभागीय समायोजन / हिमाचल प्रदेश के तर्ज पर ग्रेड पे को लेकर धरने पर बैठे है जिससे ग्राम पंचायत, जो कि विकास की प्रथम कड़ी है, के विकास कार्य विगत 77 दिन से बाधित पड़े है संज्ञान में आया है कि विभागीय अधिकारियों द्वारा इन सभी हड़ताली कर्मचारियों को हटाए जाने के लिए फरमान जारी कर दिया है जो कि सरासर गलत निर्णय है जबकि शासन/प्रशासन को हड़ताली कर्मचारियों से आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए इनकी न्योचित मांग को मध्य रखते हुए सर्व हिताय फैसला लिया जाना चाइए था जिससे समस्त कर्मचारियों का भी भविष्य भी सुरक्षित हो सके तथा विकास कार्य फिर से गतिशील हो सके !
समस्त हड़ताली कर्मचारी विगत 14-15 वर्षों से विकास खंडों में अपना विकास कार्यों के प्रति न्यूनतम मानदेय अर्जित करने के बाद भी बहुमूल्य सहयोग प्रदान कर रहे है, लिहाज़ा इनके आजीविका को मध्य नजर रखते हुए इनका भविष्य निर्धारण किया जाना नितांत आवश्यक है !
मैं इन कर्मचारियों के हड़ताल का पूर्ण रूप से समर्थन करती हूं !