विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा सदस्यों से क्षेत्र से सम्बंधित समस्या के प्रश्नों को ऑनलाइन विधानसभा को प्रेषित करने की दी स्वीकृति।
देहरादून : कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बढ़ते संक्रमण के दृष्टिगत उत्तराखंड विधानसभा के इस वर्ष के द्वितीय सत्र हेतु उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सभी विधानसभा सदस्यों से क्षेत्र से सम्बंधित समस्या के प्रश्नों को ऑनलाइन विधानसभा को प्रेषित करने की स्वीकृति दी है।
वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से लागू कोरोना कर्फ़्यू को दृष्टिगत रखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि वर्ष 2021 के द्वितीय सत्र हेतु विधानसभा के सभी सदस्य ऑनलाइन अपने प्रश्न विधानसभा को प्रेषित कर सकते हैं।साथ ही एक दिन में पाँच प्रश्न ही प्रेषित करने की अनुमति दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि इस संबंध में विधानसभा के सभी सदस्यों को पत्र के माध्यम से जानकारी दे दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया है कि विगत वर्ष भी लॉकडाउन के दौरान विधानसभा द्वारा ऑनलाइन प्रश्न प्राप्त किये गये थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सभी विधायक विधानसभा द्वारा आवंटित अपनी मेल आईडी से ही प्रश्नों को विधानसभा सचिवालय को प्रेषित करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने यह जानकारी भी दी है कि सभी विधानसभा के सदस्यों को कोरोना कर्फ़्यू समाप्त होने के 1 सप्ताह अथवा प्रश्न प्रेषित करने की तिथि से 1 माह के भीतर जो भी पहले हो, प्रश्न की मूल प्रति विधानसभा के प्रश्न अनुभाग में उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि कोरोना महामारी के इस संकट के दौर में विधानसभा सचिवालय द्वारा ज़्यादातर विधायी कार्यों को ऑनलाइन एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पूर्ण करवाया जा रहा है। इसी क्रम में विधान सभा के सदस्यों के प्रश्नों को भी ऑनलाइन स्वीकार किया जा रहा है जिससे किसी भी सदस्य को समस्या ना हो एवं कोरोना कर्फ़्यू का भी पालन होता रहे।