तिलाडी़ शहीदों को दी श्रदांजली।
अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : बड़कोट के तिलाड़ी शहीद स्मारक स्थल पर सादगी के साथ क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, तिलाड़ी शहीद के परिजनों , अधिकारियों व पत्रकारों ने शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर नगर पालिका बड़कोट, व्यापार मंडल एवं वन विभाग के सौजन्य से शहीदों की याद में वृक्षारोपण भी किया गया। 30 मई उत्तराखंड के इतिहास में एक रक्तरंजित तारीख है. इसी दिन 1930 में तत्कालीन टिहरी रियासत के राजा नरेंद्र शाह ने रंवाई के तिलाड़ी मैदान में अपना लोकल जलियांवाला बाग काण्ड रच डाला था।
जंगलों पर अपने अधिकारों के लिए तिलाड़ी मैदान में जमा हुए सैकड़ों लोगों को राजा की फ़ौज ने तीन तरफ से घेर लिया. चौथी तरफ यमुना नदी अपने प्रचंड वेग से बहती है. बिना किसी चेतावनी के राजा की फ़ौज ने निहत्थे लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई. कुछ गोलियों का शिकार हुए, कुछ ने बचने के लिए यमुना में छलांग लगा दी, वे नदी की तेज धारा में बह गए।
वनों पर अपने अधिकारों का दावा करने वालों को सबक सिखाने के लिए टिहरी के राजा नरेंद्र शाह ने अपने दीवान चक्रधर जुयाल के मार्फत यह हत्याकांड रचा. राजशाही के इस क्रूर दमन के कारण, सैकड़ों लोग मारे गए और सैकड़ों शहीद हुए।
तत्कालीन टिहरी नरेश ने दर्जनों लोगों को गोली से इसलिये भूनवा दिया क्योंकि वे अपने हक की बहाली के लिए पहली बार लामबंद हुए थे. वे राजा की आज्ञा के बिना ही पहली बार यमुना की घाटी में स्थित तिलाड़ी में एक महापंचायत कर रहे थे. बर्बरता की यह घटना आज भी यमुना घाटी के लोगों में सिरहन पैदा कर देती है.हालांकि यह बर्बर घटना लोगों को डराने या उनके मंसूबों को दबाने में सफल नहीं हो सकी. उल्टे इस बलिदान ने लोगों में अपने अधिकारों के लिए और ज्यादा प्रेरणा व नई उम्मीद पैदा कर दी. आम लोगों के अंदर बेख़ौफ़ होकर अपने हक़ के लिए आवाज़ उठाना तो इसने सिखाया ही साथ ही अपने इलाके के विकास के लिए मिलकर काम करने की इच्छा शक्ति भी प्रदान की. 1949 के बाद से बड़कोट तहसील के अन्तर्गत आने वाले तिलाड़ी में हर साल नगर पालिका बडकोट के द्वारा 30 मई को इस घटना की याद में शहीद दिवस मेले का आयोजन किया जाता था लेकिन इस कोरोना महामारी के चलते साधगी के साथ तिलाड़ी के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई तथा तिलाड़ी शहीदों की याद में तिलाड़ी स्मारक स्थल पर वृक्षारोपण किया गया।
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में नगर पालिका अध्यक्ष अनुपमा रावत, पूर्व राज्यमंत्री जगवीर भंडारी, उप जिलाधिकारी चतर सिंह चौहान, डीएफओ केपी वर्मा, रेंज अधिकारी संदीपा शर्मा, अधिशासी अधिकारी अमरजीत कौर, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी, महामंत्री धनवीर रावत, पूर्व पालिका अध्यक्ष अतोल रावत, संजय डोभाल, अजवीन पंवार, जयेंद्र रावत, श्रीमती कृष्णा राणा ,कमला जुड़ियाल, राजेंद्र सिंह रावत , प्रदीप असवाल,शांति बेलवाल, अजय रावत, सभासद जयमाला चौहान, हरदेव रावत, त्रेपन असवाल, संजय अग्रवाल, कमेश रावत, तरवीन राणा, ताजवर कलूड़ा, प्रेम रावत आदि शामिल रहे।