गंगोत्री विधानसभा में सूरत की एंट्री, राजनैतिक समीकरणों में उछाल।

अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : पूर्व चारधाम उपाध्यक्ष और पूर्व में बागी रहे कद्दावर नेता ने एक बार फिर से भाजपा में एंट्री कर दी है, बतादें कि भाजपा के सूरतराम नौटियाल को पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट नहीं दिया और वह पार्टी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे, विधानसभा 2017में भाजपा ने गोपाल रावत को टिकट दिया और वह चुनाव जीत गये। गंगोत्री से भाजपा विधायक गोपाल रावत का चार साल के कार्यकाल के दौरान अचानक निधन हो गया अब फिलहाल यह सीट अभी खाली है।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 बिगुल बज चुका है और भाजपा ने अपने नेताओं की घर वापसी का भी अभियान चला रखा है तो पहले धनोल्टी से निर्दलीय विधायक विधायक प्रितम पंवार को दिल्ली भाजपा कार्यलय में भाजपा की सदस्यता और उसके बाद पुरोला से कांग्रेस विधायक राजकुमार को भाजपा की सदस्यता दिल्ली में दिला दी अब पूर्व भाजपा नेता सूरतराम नौटियाल को आज देहरादून भाजपा की सदस्यता दिला दी।
आज गंगोत्री विधानसभा सूरतराम नौटियाल को भाजपा की सदस्यता लेने के बाद गंगोत्री विधानसभा के समीकरण बदल गये और नौटियाल की सक्रियता बढ गयी, गंगोत्री में सूरतराम नौटियाल के हजारों समर्थक हैं और सूरतराम नौटियाल भाजपा के पुराने कद्दावर नेता हैं, बतादें सूरतराम नौटियाल पूर्व पीएम अटल के जमाने के नेता हैं और राजनैतिक उपेक्षा के कारण नौटियाल को सही जगह नहीं मिल पाई अब आज भाजपा की सदस्यता लेने के बाद गंगोत्री में भाजपा नेताओं की बेचैनी बढ गयी।
विधानसभा चुनाव 2022के गंगोत्री में भाजपा जीताऊ नेता की तलाश कर रही थी और नौटियाल मजबूत नेता भी हैं और यदि भाजपा अब सूरत पर दाव खेलती है तो पार्टी मजबूती की तरफ भी बढ सकती है।
गंगोत्री में भाजपा नेताओं की लंबी कतार है और सूरतराम के आने के बाद अब राजनैतिक हलचल तेज हो गयी है। अब नेता अपने अपने मजबूती का दावा जरूर करेंगे लेकिन पार्टी जमीनी नेता पर भरोसा कर सकती है हांलाकि यह कयास हैं और फैसला समय के गर्त में हैं।
भाजपा को कांग्रेस पूर्व विधायक सजवाण के सामने टकर देने वाले नेता की तलाश है अब वह कौन होगा समय के गर्त में है।