मसूरी – उक्रांद माल रोड की दुर्दशा एवं शिफन कोट के बेघरों की मांग न पूरी करने पर भड़का।

मसूरी : उत्तराखण्ड क्रान्ति दल ने मसूरी नगर पालिका और सरकार को चेतावनी दी है कि अविलम्ब मसूरी मॉलरोड़ को दुरस्त नहीं किया गया तो व्यापक आन्दोलन छेड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन की अदूरदर्शिता ने मसूरी को खोदकर छोड़ दिया गया है और मसूरी को जोशीमठ बनते देर नहीं लगेगी। वहीं उन्होंने शिफन कोट के बेघरों को समर्थन दिया व कहा कि यदि शीघ्र उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती तो उक्रांद आंदोलन करेगा।
शहीद स्थल पर पहुंचे उक्रांद के नेताओं ने शिफन कोट के बेघरों को समर्थन दिया व सरकार व नगर पालिका के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस मौके पर उक्रांद के कार्यकारी अध्यक्ष एपी जुयाल, केन्द्रीय प्रवक्ता शान्ति प्रसाद भट्ट एवं निकाय प्रकोष्ट अध्यक्ष समीर रतूड़ी ने कहा कि सरकार की गलत एवं अवैज्ञानिक नीतियों के कारण मसूरी की मॉलरोड़ समेत तमाम रोड़ों को बार बार खोदकर मसूरी को खतरे में डाला जा रहा है। हर साल खुदायी से मसूरी की ज़मीन कमजोर पड़ गई हैं। मसूरी में तो बरसात कभी भी हो जाती है ऐसे मेें जब बरसात का पानी इन खोदी गई सड़कों के अंदर भरेगा तो यहॉ की ज़मीन कमजोर पड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक एवं नगर पालिका में चुने हुए प्रतिनिधियों की अयोग्यता के कारण मसूरी खतरे में आ गई है व मसूरी जोशीमठ बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया तो मसूरी को भी जोशमठ बनते देर नहीं लगेगी। उत्तराखण्ड क्रान्ति दल का एक प्रतिनिधिमण्डल मसूरी शहीद स्थल पर बैठे शिफनकोर्ट के बेघरों को अपना समर्थन देने यहॉ पंहुचे थे। उक्रांद नेताओं ने कहा कि वे शिफनकोर्ट वासियों की जायज मांग के साथ हैं और अगर 31 मार्च तक नगर पालिका और सरकार शिफनकोर्टवासियों को जमीन नहीं देती है तो 1 अप्रैल को सम्पूर्ण उक्रांद के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मसूरी पंहचेंगे और शिफनकोर्ट के बेघरों को वापस शिफनकोर्ट में बसाएगा। उधर शिफनकोर्ट के बेघरों का धरना आज 15वें दिन भी जारी रहा। समिति के अध्यक्ष संजय टम्टा, महामंत्री राजेन्द्र सेमवाल, सम्पति लाल, मुकेश लाल राजेश डंगवाल तथा अनेक महिलाए धरने पर बैठी।