पूर्व जिला पंचायत अध्यक्षा जशोदा राणा यमुनोत्री विधानसभा से लडे़गी चुनाव।
अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : जनपद की चर्चित विधानसभा यमुनोत्री से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्षा जशोदा राणा ने यमुनोत्री विधानसभा से चुनाव लड़ने की ईच्छा जताई है जशोदा ने हमें दुरभाषा पर बताया कि वह यमुनोत्री विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिये तैयार है।
जशोदा राणा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्षा रह चुकी है जनपद उत्तरकाशी की और पूर्व में नगर पालिका बड़कोट की अध्यक्षा भी रह चुकी है अब जशोदा भाजपा नेत्री है और राजनीति से अपना गहरा नाता रखती है तो वहीं जशोदा राणा ने हमें बताया कि शीर्ष नेतृत्व अवश्य उन पर भरोसा करेगा और भाजपा का यमुनोत्री विधानसभा का टिकट उनको दिया जायेगा।
जशोदा ने यह भी बताया की देश में महिलाओं को 33प्रतिशत आरक्षण की बात होती है तो ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार उन्हें प्रबल दावेदार बनायेगी।
जशोदा के चुनाव लड़ने की खबर से राजनैतिक गलियारों में हलचल है और उधर भाजपा खेमें को अब यह डर सताने लगा है कि जशोदा के चुनाव लड़ने से खेल खराब होने की संभावना है।
राजनैतिक आईने से यदि देखा जाये तो भाजपा खेमें में यमुनोत्री विधानसभा में सबसे ज्यादा कद्दावर नेता चुनाव लड़ने के फिराक में हैं उधर राज्य मंत्री भंडारी का दायित्व छीनने से भी उनकी नाराजगी सामने आ सकती है उधर लक्ष्मण सिहं भंडारी भी पक्ष स्पष्ट कर चुके हैं और प्रदेश भाजपा सोशल मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान भी अपना पक्ष मजबूत करने के जुगत में हैं।
अब भाजपा के सामने चुनौती यह है कि पार्टी विधायक केदार सिंह रावत का टिकट कैसे काटे यह बडा़ सवाल है और यदि भाजपा विधायक केदार रावत को टिकट दिया जाता है तो पार्टी के कितने दिगज चुनाव लडे़गे यह अहम सवाल है।
यमुनोत्री विधानसभा की लडा़ई मिशन 2022की अहम हो सकती है अब जशोदा का ऐलान और उधर विपक्षी खेमा कांग्रेस नेता संजय डोभाल, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण और धनोल्टी से विधायक प्रितम पंवार भी अपना भाग्य आजमा सकतें हैं। यमुनोत्री विधानसभा की यह लडा़ई दिलचस्प होने वाली है यदि सबकुछ ठीकठाक रहा तो अब देखना सिर्फ यह होगा कि कितने नेता मैदान में खडे़ रहते हैं और कितने मैदान छोड़तें हैं।