जिलाधिकारी ने उद्यान डुण्डा का स्थलीय निरीक्षण किया तो साईन बोर्ड लगाने के दिये निर्देश।
1 min readअरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : जिलाधिकारी दीक्षित ने उद्यान में विभिन्न प्रजातियों के पौधों का निरीक्षण कर उन्होंने कहा कि पीकन नट अखरोट, कीवी आदि के फल पौध उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाए। ताकि कृषकों की आर्थिकी सुदृढ़ हो सके। कीवी की खेती एक अच्छी आमदनी हासिल करने वाली खेती है। यह पोषक तत्वों से भरपूर और औषधीय गुणों के कारण काफी उपयोगी है ।
जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा पर्यटन की दृष्टि से जनपद उत्तरकाशी महत्वपूर्ण स्थान रखता है,उद्यान परिसर के सौन्दर्यीकरण को लेकर प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हुए,उद्यान को ओर विकसित किया जाए व राजकीय उद्यान से संबंधित मुख्य मार्गों पर साइन बोर्ड अवश्य रूप में लगायें l ताकि पर्यटक प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सके ।
जानकारी देते हुए मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह ने बताया कि कीवी उगाए जाने वाली प्रमुख किस्में अबॉट, अलीसन, ब्रूनो, हेवर्ड, मोंटी और तोमुरी प्रचलित हैं।
इसकी खेती के लिए भूमि की अच्छी गहरी जुताई करनी चाहिए। पंक्तियों की दिशा उत्तर से दक्षिण की दिशा में रखनी चाहिए ताकि सूर्य की रोशनी अच्छे से मिलती रहे।
कीवी की पौध लगाने का उचित समय जनवरी माह है।
कीवी को सितंबर और अक्टूबर माह में जब पौध अच्छे से वृद्धि कर रहा हो तो 10 से 15 दिन के अंतराल पर सिंचाई अवश्य करनी चाहिए।
तत्पश्चात जिलाधिकारी दीक्षित ने रूर्बन मिशन के अंतर्गत डुंडा मे मेगा पोर्ट के निर्माण को लेकर अधिशासी अभियंता ग्रामीण निमार्ण को अवश्य निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भवन स्थानीय वास्तुशिल्प कला के अनुरूप बनाया जाए। उन्होंने कहा कि भवन के चारों तरफ स्थल विकास का कार्य सुरुचिपूर्ण तरीके से करवाने के साथ ही। कार्य की गुणवत्ता उच्च स्तर की होनी चाहिए।
उन्होंने भवन निर्माण के साथ- साथ भवन को उपयोग में लाये जाने की तैयारी किये जाने के निर्देश खंड विकास अधिकारी को दिए। जिलाधिकारी ने बाल सम्प्रेक्षण गृह डुण्डा तथा निर्माणाधीन वृद्धा आश्रम का भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पीसी डंडरियाल, उपजिलाधिकारी डुण्डा आकाश जोशी,जिला विकास अधिकारी विमल कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी प्रंयलकर नाथ, खंड विकास अधिकारी डुंडा दृष्टि आनंद सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।