जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में डॉक्टर विवाद ने पकड़ा राजनैतिक तूल, अब कब आयेगा नया सर्जन ?
1 min readअरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : जिला चिकित्सालय से डॉ0 सकलानी का विवादास्पद स्थानांतरण सुगम यानी राजधानी देहरादून मे हुआ है, दरअसल वो काफी समय से देहरादून जाने को लालायित थे, लेकिन दुर्भाग्यवश उनके व एक तीमारदार के साथ हुई बहस और झड़प ने उनका काम आसान बना दिया। डॉ0 सकलानी एक अच्छे और अनुभवी सर्जन है इसमे कोई दोराय नहीं, लेकिन मरीज और तीमारदारों के साथ उनके कटु व्यवहार की खबरें समय-समय पर तैरती भी रही है। जिस घटना मे विवाद बढ़ा उसमे निसंदेह डॉ0 सकलानी का रवैया अच्छा नहीं था, उन्हे मरीज और उनके परिजनों की भावनाओं को समझना चाहिए था, डॉक्टर के अच्छे व्यवहार से भी मरीज को आत्मविश्वास मिलता है, लेकिन अपनी हठ और ईगो के कारण डॉ0 सकलानी ने घटनाक्रम को विवादास्पद बना दिया। साथ ही इस विवाद से डॉ0 सकलानी की मुराद भी पूरी हो गई। अब सवाल ये है कि घटनाक्रम मे डॉ0 सकलानी अगर दोषी है तो उन्हें सुगम मे क्यों भेजा गया? और बिभागीय जाँच तक निदेशालय क्यों अटैच नही किया गया? बावजूद उन्हें राजधानी के करोनेशन अस्पताल मे नियुक्ति के आदेश हुए है, जहाँ नियुक्ति के लिए डॉक्टर्स भी कई तरह के जुगाड़ मे रहते है।
लेकिन यहाँ की समस्या अब ये नहीं की डॉ0 सकलानी का स्थानांतरण हुआ, कहाँ हुआ या कैसे हुआ बल्कि स्वाल ये है कि उनकी जगह प्रतिस्थानी की नियुक्ति कब होगी? जिला प्रशासन और सत्तापक्ष कि और से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। क्योकि डॉक्टरो की कमी से पहले ही जूझ रहे इस सीमान्त जिला अस्पताल मे डॉ0 सकलानी जैसे वरिष्ठ सर्जन के स्थानांतरण से निश्चित ही स्वास्थ्य सेवाएँ प्रभावित होगी, जब तक उनकी जगह अनुभवी प्रतिस्थानी की नियुक्ति नहीं हो जाती।