कैंट सभासदों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया, समर्थन में कई जनप्रतिनिधि उतरे।
मसूरी : महेश चंद ने छावनी अध्यक्ष से मिलकर उनपर लगाये गये आरोपों का खंडन किया व कर्नल बीके शुक्ला के खिलाफ बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर निंदा प्रस्ताव पारित किया।
छावनी उपाध्यक्ष महेश चंद ने बताया कि देहरादून में बोर्ड बैठक आयोजित की गई थी जिसका उन्होंने व सभासद पुष्पा पडियार, सुशील कुमार, व रमेश कन्नौजिया ने छावनी उपाध्यक्ष पर लगाये गये अनर्गल आरोपों के विरोध में बहिष्कार किया व निंदा प्रस्ताव पारित कर अध्यक्ष ब्रिगेडियर नीरज गुसाई को दिया। पत्र में कहा गया कि छावनी परिषद लंढौर के सभासद, नामित सदस्य कर्नल बीके शुक्ला ने बहस के कारण उपाध्यक्ष महेश चंद पर पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर अपने पद का दुरूपयोग करते हुए अपमान व अवमानता के विरूद्ध बोर्ड मीटिंग का बहिष्कार कर निंदा प्रस्ताव पारित कर रहे हैं। एवं मांग करते है कि नामित सदस्य शुक्ला को तत्काल प्रभाव से बोर्ड की सदस्यता से निष्काषित किया जाय।
वहीं दूसरी ओर छावनी परिषद देहरादून के उपाध्यक्ष राजेंद्र कौर सोंधी ने भी मसूरी छावनी परिषद लंढौर के उपाध्यक्ष महेश चंद के पक्ष में पत्र दिया है व कहा कि उनके उपर की जा रही कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने महेशचंद को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। छावनी सभासद क्लेमनटाउंन तासिम अली ने भी छावनी अध्यक्ष को पत्र लिख कर उनका उत्पीड़न करने का विरोध किया व कहा कि कर्नल शुक्ला द्वेष भावना के साथ अनुचित कार्रवाई कर रहे हैं जबकि महेश चंद के पास न्यायालय का आदेश भी था। कर्नल शुक्ला अपने पद का दुरूप्योग कर रहे हैं जिसकी कडी निंदा करते हैं। छावनी परिषद रूड़की कैंट के उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने भी इस घटना को शर्मनाक बताया व महेश चंद को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया।