24 घंटे क्रियाशील है स्वास्थ्य विभाग का (18001804052) हेल्पलाइन नंबर।
1 min readहरिद्वार : कुंभ मेला हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल और त्वरित इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 18001804052 चौबीस घंटे क्रियाशील है। यह एक साथ दस लाइन रिसीव करेगा। मेलाधिकारी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर ने बताया कि हरिद्वार कुंभ मेला 2021 को कोविड सुरक्षित कराने और बेहतर चिकित्सा सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बृहद इंतजाम किए हैं। पावनधाम में 150 बेड के आधार चिकित्सालय के अलावा सेक्टरों में अलग अलग क्षमता के अस्पताल स्थापित किए गए हैं। आपातकालीन चिकित्सा के लिए भी सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा 01334-221911, 12, 13, 14 नंबरों पर भी फोन कर श्रद्धालु अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्या बताकर समाधान प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कुंभ मेले में कोविड संबंधित जानकारी और उपाय भी इन नंबरों पर फोन कर प्राप्त किया जा सकता है।
39 अस्पताल में 613 बेड की है चिकित्सा सुविधा
कुंभ मेले में 132 एंबुलेंस और आठ बाइक एंबुलेंस तैनात हरिद्वार। कुंभ मेले को हेल्थ फ्रेंडली बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस प्रतिबद्धता को साकार करने के लिए कुंभ मेले में 39 अस्थायी अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं। इन अस्पतालों की क्षमता कुल 613 बेड की है। इसके अलावा मेले को कोविड सुरक्षित कराने के लिए दूधाधारी स्थित बाबा बर्फानी चैरिटेबल ट्रस्ट में 500 बेड का कोविड यूनिट स्थापित किया गया है। इसमें 50 बेड का आईसीयू भी है, जिसमें से 22 बेड इस यूनिट मे और 28 बेड का आईसीयू राजकीय मेला चिकित्सालय में स्थापित किया गया है।
मेलाधिकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा अर्जुन सिंह सेंगर ने बताया कि हरिद्वार कुंभ मेला 2021 में श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल के लिए पावनधाम में 150 बेड का आधार चिकित्सालय स्थापित किया गया है। कुल 39 अस्थायी अस्पताल मेला क्षेत्र के विभिन्न सेक्टरों में स्थापित किया गया है। कोविड यूनिट भी तैयार है। अब तक स्वास्थ्य, प्रशासन, पुलिस, सुरक्षाकर्मियों के अलावा मीडिया कर्मियों और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर को कोविड का टीका लगाया जा चुका है। सभी से अपील है कि वह कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए कुंभ का पुण्य लाभ अर्जित करें। सभी के सहयोग और समन्वय से ही दिव्य और भव्य कुंभ का आयोजन सफल हो सकेगा।