शिफन कोट के बेघर पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ शंखनाद यात्रा निकालेंगे व अनिश्चित कालीन धरना देंगे।

मसूरी : वादा निभाओ शंखनाद यात्रा निकालकर शिफनकोर्ट के बेघर लोग कल यानि आज नगर में प्रदर्शन करेंगे और बाद में शहीद स्थल पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे। भैरव सेना दलित हिन्दुओं पर अत्याचार और देवी देवताओं के मंदिर तोड़े जाने के विरूद्व आन्दोलन के समर्थन में उतरेगी।
शहीद स्थल पर आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि शिफनकोर्ट आवासहीन निर्बल मजदूर वर्ग एवं अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के तहत एक मार्च से शहीद स्थल पर अनिश्चित कालीन धरना दिया जायेगा। बैठक में इसकी रणनीति बनाई गई। बैठक के बाद आन्दोलन की जानकारी देते हुए समिति के संयोजक प्रदीप भण्डारी ने बताया कि पहाड़ के देवी देवताओं के ढ़ोल दमाऊ मुस्कबाजा के साथ गॉधी चौक से शंखनाद यात्रा निकाली जाएगी जो मॉलरोड़ होते हुए शहीद स्थल पंहुचकर धरने में तब्दील हो जाएगी। समिति के अध्यक्ष संजय टम्टा ने कहा कि नगर पालिका ने हमें तीन साल से धोखे में रखा है। पालिका के अधिकारी कभी कहते हैं कि आपके लिए आवास आवंटित कर रहे हैं कभी कहते हैं कि ज़मीन आवंटित कर रहे हैं मगर धरातल पर अब तक कोई काम नहीं हुआ है। समिति के महासचिव राजेन्द्र सेमवाल ने कहा कि अब जब तक हमारे तोड़ गए आवासों के बदले हमें आवास आवंटित नहीं किए जाते तब तक हम मसूरी नगर पालिका और प्रशासन के खिलाफ धरना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि भैरव सेना समेत अनेक सामाजिक संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों का समर्थन प्राप्त हो रहा है। इस अवसर पर भैरव सेना के केन्द्रीय अध्यक्ष सन्दीप खत्री ने कहा कि नगर पालिका मसूरी शिफनकोर्ट में आजादी पूर्व से बसे दलित एवं निर्बल वर्ग के हिन्दुओं को बलपूर्वक उनके घरों से बाहर करती तथा उनके अराध्य देवी देवताओं के मंदिरों को तोड़ती है यह असहनीय है। उन्होंने कहा कि भैरव सेना इन निर्बल हिन्दुओं को वापस इनके घर सौंपे जाने एवं इनके तोड़े गए देवी देवताओं के मदिरों के पुर्ननिर्माण तक आन्दोलन करेगी। इस अवसर पर खेमानन्द नौटियाल, अजय कुमार, दयाल सिंह आदि उपस्थित रहे।