कौन हैं विधायक केदार रावत, जाने पूरा परिचय।
1 min readअरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : यमुनोत्री से विधायक केदार रावत का नाम यदि नहीं सुना आपने तो आइये आपको बता दें – केदार सिहं रावत पेशे से एडवोकेट थे और अब राजनैतिक जीवन में एक बड़ा चेहरा हैं और एक कद्दावर नेता की भूमिका अदा कर रहे हैं। कौन हैं केदार रावत जरा जानकारी प्राप्त करें।
नामः- केदार सिंह रावत (अधिवक्ता)
माताः- स्व0 श्रीमती स्वरुपी देवी
पिताः- स्व0 श्री बालम सिंह रावत (सरपंच साहब)
जन्म:- 2 मार्च 1960
पताः- ग्राम नारायणपुरी (बीफ),यमुनोत्री,जिला उत्तरकाशी
शिक्षा:- बी0एस0सी0,एल0एल0बी0(एडवोकेट) डी0ए0वी0 पी0जी0 कालेज देहरादून)
राजनैतिक पृष्ठ भूमिः-
– वर्ष 1978 में डी0ए0वी0 पी0जी0 कालेज विज्ञान संकाय का महा सचिव
– 1980 में रवाई जौनपुर छात्र संघ अध्यक्ष , युवक मंगल दल व यमुना क्लब अध्यक्ष
– चिन्हित उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी
– बड़े भाई स्वर्गीय राजेंद्र सिंह रावत , पूर्व प्रमुख एवं पूर्व अध्यक्ष ज़िला पंचायत उत्तरकाशी के साथ भाजपा के लिए जमीनी संघर्ष ,वर्ष 1987 में यमुनोत्री धाम में ऐतिहासिक भूख हड़ताल उत्तराखंड राज्य व अन्य क्षेत्रीय समस्याओं के लिए , जिसमें तत्कालीन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह जी ने हड़ताल समाप्त करवाई थी व भाजपा ने वर्ष 1988 में उत्तराखंड राज्य (उत्तरांचल )को राष्ट्रीय परिषद की बैठक (जम्मू) में स्वीकारा था।
– वर्ष 1990 में राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका व 14 दिन की जेल यात्रा।
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– 1994,2002,2005 तीन बार अध्यक्ष , जिला सहकारी बैंक उत्तरकाशी
– 1993,1996 दो बार एकीकृत जिला उत्तरकाशी का जिलाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी।
– 2007-2012 विधायक तथा प्रदेश महामंत्री काग्रेस पार्टी
– 2015 -2016 अध्यक्ष ,पर्वतीय चकबन्दी समिति (राज्य मंत्री स्तर)
– 2017 – वर्तमान विधायक (भाजपा)
जनता के आशीर्वाद के उपरांत कई ऐतिहासिक कार्य करने में सफलता जिसमें क्षेत्रीय विकास की मूलभूत समस्याओं जैसे सड़क बिजली पानी को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया है ।वर्तमान में विकासवादी सरकार के मार्गदर्शन व आशीर्वाद से पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा सड़कों का जाल बिछाने का कार्य सफल हो पाया है। शिक्षा के क्षेत्र में बेसिक स्कूल से लेकर महाविद्यालय तक राज्य व जिला योजनांतर्गत शौचालय कक्षा कक्षों का निर्माण एवं जीर्ण भवनों का सुधारी करण ,प्रयोगशाला कक्षाओं का निर्माण ।
विधायक निधि से फर्नीचर ,कंप्यूटर, स्कूल बैग , आदि मुहैया कराने का कार्य हुआ। बड़कोट महाविद्यालय भवन 2018 में लोकार्पण ,चिन्यालीसौड़ महाविद्यालय दोनों भवन लोकार्पण तथा ब्रह्मखाल महाविद्यालय भवन हेतु 3 करोड रुपए स्वीकृत निविदा आमंत्रित साथ ही तीनों महाविद्यालय में स्मार्ट क्लास का शुभारंभ।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में दूरस्थ अस्पतालों में जहां फार्मेसिस्ट भी नहीं थे वहां सभी में डॉक्टर्स की नियुक्ति की गई क्षेत्र में दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ एवं बड़कोट मैं दो के स्थान पर क्रमशः 10 एवं 9 चिकित्सकों की नियुक्ति हुई है। साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट में बाल रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति की गई। कोविड सेंटर ,ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू कक्ष के साथ ही अल्ट्रासाउंड ,ऑटो कट जनरेटर ,डिजिटल एक्सरे मशीन, डेंटल चेयर, पैथोलॉजी मशीन, वेंटीलेटर्स उपलब्ध कराए गए हैं। जानकीचट्टी हेतु प्राथमिक चिकित्सालय ट्रांजिट हॉस्टल स्वीकृत।
इस कार्यकाल में क्षेत्र में ऐतिहासिक 44 नई सड़कें स्वीकृत हुई हैं जिसमें अधिकांश में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है शेष की निविदा शीघ्र होकर कार्य आरंभ होगा।इसके साथ ही लगभग 30 सडको का डामरीकरण कार्य हुआ है।
कई ऐतिहासिक कार्यों में रवाई जौनपुर क्षेत्र को केंद्रीय ओबीसी का दर्जा दिलवाना(2011) ,जिससे बेरोजगार युवाओं को केंद्रीय सेवाओं में आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। उत्तराखंड में विकास कार्यों में ग्राम पंचायतों के अधिकार के लिए महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक “वनाधिकार अधिनियम 2007” लागू करवाना (2008),चकबंदी समिति का अध्यक्ष रहते हुए उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों की कायाकल्प का कानून “पर्वतीय जोत चकबंदी अधिनियम 2016” बनाकर लागू करवाया जिससे श्रम समय व पलायन रुक सके व सरकारी योजनाओं का किसानों को भरपूर लाभ मिल सके। यमुनोत्री धाम के कायाकल्प हेतु ₹34 करोड़ स्वीकृत, चिन्यालीसौड़ का दर्शनीय आर्च ब्रिज 52 करोड़ की लागत से तैयार । गंगानी का सौंदर्यीकरण एवं ऐतिहासिक सामुदायिक विवाह केंद्र का निर्माण गतिमान है जिससे समाज का श्रम व धन बच सकेगा एवं गरीब से गरीब व्यक्ति की शादी भी धूम धाम से कराई जा सकेगी। रवाडा एवं राजगढ़ी में खेल मैदान का निर्माण कार्य प्रगति पर। विधायक निधि से सैकड़ों मंदिरों का सौंदर्यकरण ,सामुदायिक स्थलों पर रैन बसेरे, स्कूलों में कंप्यूटर फर्नीचर, आशा व आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामग्री तथा कूड़ेदान की व्यवस्था।
कोरोना काल मे:-
क्षेत्र में जब आवागमन के साधन नहीं चल रहे थे उस समय लोगों को बैंक से अपना धन अवश्य खर्चों के लिए आहरण नहीं हो पा रहा था उस समय पूरी विधानसभा में गांव गांव में तीन बार एटीएम कैश वैन चलवाई थी जो पूरे प्रदेश में अकेला उदाहरण है। गरीबों को सरकार में जहां मुफ्त राशन उपलब्ध कराया वही मैंने भी अपनी ओर से वंचित परिवारों को 5000 राशन किट वितरित किए। लॉकडाउन के समय जब टीकाकरण चल रहा था बाजार बंदी के कारण लोगों को भोजन नहीं मिल पा रहा था तब एक माह से भी अधिक समय तक बड़कोट एवं चिन्यालीसौड़ में ” मुफ्त जनता रसोई” का संचालन करवाया।
जातीय समर्थन – ठाकुर बाहुल्य सीट पर ठाकुर होने के साथ – साथ ब्राहमणों का, अनुसूचित जाति (SC) का, अनुसूचित जनजाति ( ST) का अधिवक्ता काल से लेकर सामाजिक जीवन तक सभी जातियों का व सभी समुदायों का आशीर्वाद व समर्थन मिलता रहा है।
मजबूत पक्ष – सुशिक्षित होने के साथ साथ सभी वर्गों के साथ सरल स्वभाव और पहुंच मजबूत पक्ष है। साथ ही 40 साल के सामाजिक जीवन मे कोई भी आरोप से दूर एवं 40 सालो से क्षेत्र में लगातार सक्रिय। विधानसभा क्षेत्र में हर घर एवं परिवार के साथ सीधा संवाद है।