November 8, 2025

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महान स्वतंत्रता सेनानी अब्बास तैयब की 87वीं पुण्य तिथि पर याद किया।

मसूरी : महान स्वतंत्रता सेनानी अब्बास तैयब की 87वीं पुण्य तिथि पर मुस्लिम समाज के लोगों ने लंढौर कब्रिस्तान स्थित उनकी कब्र पर जाकर फातिया पढ़ा, पुष्पाजंलि अर्पित कर श्रद्धाजलि दी व उनके देश की आजादी में किए गये योगदान को याद किया गया। वहीं प्रदेश सरकार से मांग की गई कि उनकी कब्र तक जाने का रास्ता बनाया जाय व इस क्षेत्र के विकास के लिए योजना बनाई जाय। वहीं निर्णय लिया गया कि इस संबंध में प्रदेश के मंत्री गणेश जोशी से एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र मिलेगा।
इस मौके पर अब्बास तैयब पुण्यतिथि कार्यक्रम के संयोजक अयूब साबरी ने कहा कि मसूरी जैसेे पर्यटक स्थल में महान स्वतंत्रता सेनानी अब्बास तैयब का 9जून 1936 को इंतकाल हुआ था, लेकिन इतने बडे़ स्वतंत्रता आंदोलनकारी के बारे में किसी को जानकारी नहीं है जबकि देश की आजादी में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने महात्मा गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ हर आदंोलन में भागीदारी की। आश्चर्य की बात है कि उनकी कब्र यहां पर है लेकिन यहां जाने तक का रास्ता नहीं है जबकि यह क्षेत्र विकसित किया जाना चाहिए था। इसका प्रयास किया जायेगा कि किस तरह इसका विकास हो सके। इस मौके पर मौलाना मुफती मोनिस ने कहा कि यहां देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले अब्बास तैयब की कब्र है लेकिन उनको कोई याद नहीं करता ऐसे में यहां पर आकर उनकी आत्मा की शांति के लिए अयातें पढी गई ताकि उनको याद किया जा सके व समाज को उनके बारे में जानकारी मिल सके। इस मौके पर कामिल अली ने कहा कि अब्बास तैयब की कब्र को जाने वाले रास्ते व सौदर्यीकरण के लिए प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने आठ लाख देने की घोषणा की थी लेकिन आज तक उस पैसे का पता नही चला। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी राजनैतिक दलों से प्रयास किया जायेगा कि उनकी कब्र का संरक्षण कर इस क्षेत्र का विकास करें ताकि लोग यहां आकर पुष्पाजंलि अपिर्त कर उनके जीवन से प्रेरणा ले सकें।

इस मौके पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष शाहिद ने कहा कि अब्बास तैयब की क्रब के विकास व रास्ते के लिए मंत्री गणेश जोशी से प्रतिनिधि मंडल मिलेगा व उनके यहां के विकास के लिए योजना बनाने के लिए कहा जायेगा। इस मौके पर मंजूर अहमद, मौ. जकी, मौ. इस्लाम, एजाज अहमद, मौ. अकरम, आसिफ शेख, मौ. राशिद, मौ. दिलशाद, आदि मौजूद रहे।