बेटीयों ने सरकार के बेटी पढाओ बेटी बचाओ अभियान पर उठाये सवाल।
उत्तरकाशी : उत्तराखंड राज्य में सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढाओ वाले मामले में अपने ही अभियान में फंस गयी है जहां वर्ष 2017में बेटीयों को कन्याधन के लाभ से वंचित रखा मसलन सरकार ने यह आदेश सिर्फ 2017के लिये ही लाया जिसमें वर्ष 2017 की मात्र 1वर्ष की 12वीं की छात्राओं को वंचित रखा गया यदि सरकार ने योजना में बदलाव किया तो एक वर्ष के लिये ही क्यों?इस मामले पर राजकीय इंटर कालेज नौगांव सहीत राजकीय इंटर कालेज कलोगी, उत्तरकाशी, पुरोला, चिन्यालीसौड़ सहीत समुचे जनपद और राज्य की छात्राओं ने उत्तराखंड सरकार पर बेटीयों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है? दुसरी ओर आरती, परवीना, नीलम, मोनिका, मंजना, रूकमणी, राधिका, ममता, किरन, जयमाला, बबिता, शशी, किरन ने बताया कि उत्तराखण्ड सरकार ने हमारे साथ सिर्फ एक साल के लिए ही बदलाव क्यों किया?
उत्तराखंड राज्य में पहले गौरा देवी कन्याधन योजना चल रही थी तो एक साल 2017में नदां गौरा देवी का आदेश लाया जिसमे छात्राओं को 51हजार मिलने थे लेकिन एक वर्ष 2017की छात्राओं को 5हजार दिया गया जिसमें की 51हजार दिया जाना था अब 2017की 12वीं छात्राओं ने उत्तराखंड सरकार पर राज्य की बेटियों के अनदेखी का आरोप लगाया है और 2017की 12वीं पास छात्राओं ने अपने हक की मांग कर 51हजार खाते में डालने की बात कही और चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनका हक नहीं दिया तो छात्रायें सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी।