हरी सिह की कर्मठता ने दिखाई युवाओं को रोजगार की राह।
1 min readकुलदीप उनियाल
पौड़ी : उतराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में हमेशा बेरोजगारी एक ब डा मुददा रहा है। यही कारण रहा है कि यहाँ के युवाओं को पलायन का रास्ता अपनाना पडा। पिछले तीन दशकों में उतराखण्ड के गाँवों से युवा शहरों की ओर मुड गए। फलस्वरूप गाँवों में खेती की जमीन बंजर होती चली गई। पौडी जनपद के पोखडा विकासखण्ड के झलपाडी ग्राम पंचायत के हरि सिंह ने बंजर भूमि को आबाद कर स्थानीय युवाओ को पहाडों में रोजगार की राह दिखाई है।हरि सिंह ने शुरूवाती दौर में पलायन कर फरीदाबाद में सिलाई का काम पकडा लेकिन जल्दी ही शहर से मोहभंग हो गया और डेढ साल बाद वापिस गाँव चले आये। यहाँ निकटवर्ती बाजार गंवानी में हरि सिंह ने टेलरिंग का काम शुरू किया कुछ दिन काम सही चला लेकिन बाद में सिलाई का काम भी उनको रास नहीं आया। दूसरी राह पकडकर उन्होंने गंवानी में सब्जी की दुकान खोलकर रोजगार का नया काम शुरू किया।
2014 में क्षेत्र में उतराखण्ड उत्तराखण्ड विकेन्द्रीकृत जलागम विकास परियोजना, फेज-दो पौड़ीप्रभाग के सैन्तोलीगाड़ यूनिट के चयनित ग्रामों में ग्राम पंचायत झलपाडी में संचालित होने लगी। परियोजना के कार्यकर्ताओं के सम्पर्क में आकर हरि सिंह प्रभावित होने लगे। यहीं से उन्होनें रोजगार के लिए अलग रास्ता चुन लिया। परियोजना के माध्यम से मिले एक पालीहाउस के द्वारा उन्होने सब्जियों की खेती का कार्य प्रारम्भ किया। इसके बाद उन्होने पीछे मुडकर नहीं देखा। हरि सिंह द्वारा लिलियम पुष्प एवं सब्जियों की खेती की जा रही है।
परियोजना से प्राप्त पावर टिलर की सहायता से बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाया गया। तत्पश्चात परियोजना के माध्यम से उक्त भूमि पर 100 वर्गमीटर के दो पॉलीहाउस लगाये गये। नवम्बर 2019 में पॉलीहाउस में कृषक द्वारा परियोजना के माध्यम से लिलियम पुष्प की खेती की गयी तथा पॉलीहाउस के बाहर कृषक द्वारा उच्च मूल्य वाली सब्जियों की खेती की गयी।सालाना डेढ से दो लाख रूपये की सब्जी हरि सिंह बेचकर अच्छी आय अर्जित कर रहा है।
हरि सिंह द्वारा पिछले वर्ष की गयी सब्जियों की खेती एवं उनकी बिक्री से प्राप्त आय का विवरण निम्न प्रकार से हैः
फसल उत्पादन कुन्तल में/बल्ब प्राप्त आय रूपये में
लिलियम पुष्प – 4000 80000
मटर – 1.50 9000
फूलगोभी – 1.00 5000
पत्तागोभी – 5.00 20000
टमाटर – 3.00 15000
शिमलामिर्च – 1.50 6000
बैगन – 0.40 6000
खीरा – 0.40 1200.
हरि सिंह के अनुसरण से गाँव में 20 से अधिक किसानों ने पालीहाउस तैयार कर सब्जियों की खेती करनी प्रारम्भ कर दी है।कुछ किसानों ने खुले में सब्जियों की खेती प्रारम्भ की है। स्थानीय स्तर पर 50 से अधिक किसान अब नगदी फसलें उगाने लगे है। हरि सिंह सब्जियों को स्थानीय निकटवर्ती बाजार सतपुली, नौगाँवखाल, सांगलाकोटी के अलावा स्वयं भी अपनी दुकान से विपणन का कार्य करते है।