गौमाता हो राष्ट्रीय माता, श्रीमदभगवत में गोपालमणी ने व्यास पीठ से किया आह्वान।
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अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : कथा वक़्ता हिमालय सन्त गोपाल मणि ने कहा कि गौमाता से भगवान श्री कृष्ण का ख़ास लगाव और जुड़ाव है।श्री कृष्ण के कारण ही आज गाय को माता की संज्ञा दी जाती है।जब भी कभी गौ माता के बात होती है, तो श्री कृष्ण का नाम भी जुबान पर आ ही जाता है।उन्होंने कोरोना जैसी महामारी के इलाज में कोवेक्सिन से ज्यादा प्रभावी पँचगबया को बताया।।उन्होंने गौमाता को राष्ट्रीय सम्मान दिलाने के लिए 7 नवम्बर को अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली आने की अपील की।
रविवार को थान बड़ेथी गांव में यमनोत्री विधायक प्रतिनिधि संजय डोभाल के घर पर ब्यास गोपाल मणि तीसरे दिन श्रद्धालुओं को श्री कृष्ण कथा सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण ने गौ सेवा का संदेश दिया। गौ जिसे हमारे शास्त्रों में मां का दर्जा दिया गया है। हिन्दू धर्म में गाय को माता, कामधेनू, कल्पवृक्ष और सभी कामनाओं की पूर्ति करने वाली बताया गया है। गाय माता के संपूर्ण शरीर में तैतीस कोटी देवी-देवताओं का वास होने का उल्लेख भी शास्त्रों में मिलता है। भगवान श्रीकृष्ण गौ सेवा के अन्नय प्रेमी थे। शास्त्रों में गाय माता के 108 नाम बताएं गए है। कहा जाता है कि गाय के इन 108 नामों का जप करने से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न हो जाते हैं। जानें गौमाता के कौन से 108 नाम का जप करने से सभी कामनाएं पूरी होने के साथ मनवांछित फल की प्राप्ति भी होती है।
बाबजूद इसके लोग गौमाता का दूध पीने के बाद सड़को पर छोड़ कर अपमानित भी कर रहे है।
इसलिए आज गौ मां पर हो रहे इन अत्याचारों को रोकने के लिए हम सभी को एक जुट हो कर अधिक से अधिक संख्या में 7 नवम्बर को दिल्ली आने का संकल्प लेना है।उन्होंने बताया कि 80 करोड़ गौ भक्त है ।80 लाख लोग भी यदि दिल्ली पहुंचते ही तो सरकार हमारी बात सुन सकती है।उन्होंने अपरोक्ष रूप से 2019 में अपने संसदीय चुनाव लड़ने के पीछे धन कमाना नही बल्कि संसद में गाय को गौमाता का दर्जा दिलाने था।
उन्होंने बिना किसी राजनीतिक दल का नाम लिए आरोप लगाया कि भारतीय गायों को विदेशी सीमेन इंजेक्शन लगाकर यंहा की गायों की नश्ल को बिगड़ा जा रहा है।गाय भारतीयों का सनातन है ।इसके पीछे सनातन धर्म को खत्म करने की रणनीति है।
आगे उन्होंने कहा कि कोरोना को मात देने के लिए कोवेक्सीन से ज्यादा प्रभावी पँचगबया है। जिसमे हर वाइरस को खत्म करने की शक्ति है। पंचगव्य देसी गाय से प्राप्त पांच चीजों का समूह है। इसमें गोदुग्ध (दूध), गोदधी (दही-छाछ), गोमेह (गोबर), गोघृत (घी) व गोमूत्र (मूत्र) शामिल हैं। सेहतमंद रहने के लिए पांचों को अलग-अलग और समूह, दोनों रूप में इस्तेमाल करते हैं।
इस मौके पर संजय डोभाल, विनोद डोभाल, सभासद शशिप्रकाश कोठारी, महावीर, प्रियंका गैरोला, सुमन बडोनी, मनोज कोहली, शुशीला निधि डोभाल आदि मौजूद थे।