SIT की विवेचना में बेदाग साबित हुए बिजल्वाण, न्यायलय से मिली बडी़ जीत।
1 min read
रिपोर्ट – अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : पिछले 3 सालों से चर्चाओं में रहे जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण आखिर बेदाग निकल गए हैं। इससे जहां विरोधियों को करारा झटका लगा वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष बिजल्वाण कद बढ़ा है।
गौरतलब है कि जनवरी 2023 में एसआईटी रिपोर्ट के बाद उत्तरकाशी कोतवाली में गंभीधारों में मुकदमा दर्ज हो गया था। एस आईटी की जांच पर पुलिस की विवेचना में जिला पंचायत अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार कोई भी तथ्य नहीं मिले । पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दिया था। थाना कोतवाली, जिला उत्तरकाशी में दर्ज मु0अ0सं0 01/2023 अन्तर्गत धारा 406, 409, 420, 120बी भा0द0सं0 बनाम दीपक बिज्लवाण आदि में विवेचक द्वारा प्रस्तुत अंतिम रिपोर्ट संख्या 25 / 2023 वादी की अनापत्ति संजीव कुमार मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट उत्तरकाशी ने
के आलोक कर स्वीकार कर ली है। जिससे जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण को जहां बड़ी जंग जीती वहीं राजनीति रूप से भी कद बढ़ा है।
मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण का कहना है कि मेरे विरोधियों द्वारा मुझे बदनाम करने के लिए तमाम प्रकार के हथकंडे अपनाए हैं। मुझे बदनाम करने के लिए झूठे आरोपों के का सहारा लेकर जांच पर जांच करवाते रहे। उन्होंने कहा कि मुझे तीन-तीन जांचों का सामना करना पड़ा ,लेकिन मेरी सचाई और ईमानदारी थी तो मुझे कमिश्नर की जांच और पुलिस जांच में भी क्लीन चिट मिला है। मुझे अपने कानून व्यवस्था पर भरोसा था कि एक दिन
दूध का दूध पानी का पानी जरूर होगा है। आज जनपद एवं प्रदेश वासियों को मालूम है कि भ्रष्टाचारी कौन था और ईमानदारी कौन है ?