जिला पंचायत अध्यक्ष ने आपादा पिडितों को बांटा राशन।
अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : चिन्यालीसौड़ के कुमराडा़ गांव में पिछले दिनों आई दैविक आपदा से जहां जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था जिसके चलते आज उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने पिडितों को जरूरी राशन किट वितरण किये, ग्राम पंचायत कुमराडा़ में बादल फटने की घटना सामने आई थी जिसका कि जिला आपदा प्रबंधन और जिला प्रशासन ने मौका मुआईना कर जरूरी व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया, आज पंहुचे अध्यक्ष जिला पंचायत ने पिडि़तों को राशन किट वितरण किये और बताया कि वह घटना को लेकर जिला प्रशासन के संपर्क में थे, बिजल्वाण ने आज मौके पर जाकर बताया कि वह कुमराडा़ गांव में हुई दैविक आपदा के लिये दुखी हैं और उत्तराखंड सरकार से गांव में हुई फसलों और खेत खलियान और आवासीय मकानों की क्षति के लिये उचित मुआवजे की मांग करेंगे, जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ जिला पंचायत सदस्य प्रदीप कैन्तुरा भी मौजूद थे जो दैविक आपदा के समय घटना स्थल पर सबसे पहले पंहुच गये थे, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि कुमराडा़ गांव की हर संभव मदद की जायेगी और उत्तरकाशी जिला पंचायत कुमराडा़ गांव के साथ खड़ी है।जिला पंचायत अध्यक्ष के कुमराडा़ दौरे में जिला पंचायत सदस्य प्रदीप कैन्तुरा सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।
दिनांक 11 /4/2021 को ग्राम गौल ठखराल में किसान भगवती प्रसाद का सेब का बाग और अनेकों पर जाती के फलदार बिना फलदार पेड़-पौधे वनअग्नि में चलकर नष्ट हो गए जिससे किसान की आजीविका समाप्त हो गई किसान द्वारा जिसका निरीक्षण भी करवाया गया जिस की खबर दिनांक 13 अप्रैल के माध्यम से भी न्यूज़पेपर मेंभी छपी जिला अधिकारी उपजिला अधिकारी को भी सूचित किया गया जिला पंचायत अध्यक्ष को भी अवगत करवाया गया प्रदेश मीडिया प्रभारी को भी अवगत कराया गया और उनके माध्यम से उन्हें ज्ञापन पत्र देकर मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता किसान को देने कि लिए कहां गया लेकिन अभी तक किसान कि इस बात पर कोई अमल नहीं किया गया क्या आखिर किसान कि सालों साल की मेहनत का यही सिला मिलता हैl या किसान के प्रति सरकार का कोई मान-सम्मान नहीं आखिर किसान के साथ यह अन्याय क्यों हो रहा है आज जिसे अन्नदाता कहां जाता है आज उसकी तरफ क्यों ध्यान नहीं दिया जा रहा क्या वह कहने के लिए ही अन्नदाता है आपसे निवेदन है कि किसान की इस पीड़ा को सरकार तक पहुंचाने का कष्ट करें