June 1, 2025

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अंधड़-बूंदाबांदी ने बदला मौसम, पहाड़ों पर घनघाेर बारिश का अलर्ट; देखें उत्तराखंड के मौसम का अपडेट

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उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क है, लेकिन पर्वतीय हिस्सों में बादल मंडरा रहे हैं। दून समेत आसपास के क्षेत्रों में भी अंधड़ और बूंदाबांदी से पारे में गिरावट आई है। इसके साथ ही अगले कुछ दिन मौसम का मिजाज बदला रहने के आसार हैं। सोमवार को सुबह से दून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में धूप खिली रही। हालांकि, बीती रात चले अंधड़ और हल्की बूंदाबांदी से तापमान में गिरावट आई है। प्रदेशभर में ही गर्मी से फिलहाल फौरी राहत मिली है। ज्यादातर क्षेत्रों का अधिकतम तापमान बीते एक दिन में तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरा है। इसके अलावा शाम को फिर कहीं-कहीं आंशिक बादल मंडराने लगे। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज प्रदेश के अधिकतर इलाकों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।

पर्वतीय क्षेत्रों में जोरदार बारिश का अलर्ट
मैदानी क्षेत्रों में दिन में सतही व झोंकेदार हवा चल सकती हैं। पहाड़ों में आंशिक बादल मंडराने के आसार हैं। इसके बाद बुधवार 30 अप्रैल से प्रदेश में मौसम फिर करवट बदल सकता है। खासकर उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ में गर्जन के साथ बौछार पड़ने और निचले इलाकों में आकाशीय बिजली चमकने और अंधड़ चलने को लेकर चेतावनी दी गई है। वहीं, मौसम विभाग की ओर से गुरुवार को पर्वतीय क्षेत्रों में जोरदार वर्षा का अलर्ट है।

नागल हटनाला में चार दिन से जलापूर्ति ठप, लोग परेशान
नागल हटनाला में चार करोड़ रुपये से हाल में बनी पेयजल योजना में करीब चार दिन से पेयजल आपूर्ति ठप है। पेयजल आपूर्ति न होने से करीब 400 परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। उपभोक्ता टैंकर से पेयजल आपूर्ति लेकर काम चला रहे हैं। शिकायत के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा। दरअसल, सहस्रधारा रोड स्थित नागल हटनाला, मरोथा, चालंग आदि आसपास के क्षेत्र में करीब 400 परिवारों को कुछ समय पहले तक कार्लीगाड स्रोत से पेयजल आपूर्ति होती थी। अधिकांश स्रोत से पर्याप्त पानी न मिलने के कारण लोगों को पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही थी।

आठ किमी में पेयजल लाइन बिछाकर लोगों को नए कनेक्शन दिए गए
साल 2023 के आसपास पेयजल निगम की केंद्रीय भंडार शाखा ने यहां चार करोड़ रुपये की लागत से नई पेयजल योजना बनाने का कार्य शुरू किया। क्षेत्र में 500 लीटर प्रति मिनट पेयजल उत्सर्जित करने वाला ट्यूबवेल लगाया गया। 450 किलोलीटर क्षमता का ओवरहेड टैंक बनाया और करीब आठ किमी में पेयजल लाइन बिछाकर लोगों को नए कनेक्शन दिए गए। विभाग ने करीब दो साल बाद हाल ही में योजना का निर्माण पूर्ण किया। लेकिन अब उपभोक्ताओं को पानी नहीं मिल रहा।
करीब चार दिन से एक बूंद पानी नहीं आ रहा
उपभोक्ताओं की शिकायत है कि पिछले करीब चार दिन से एक बूंद पानी नहीं आ रहा और काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सहायक अभियंता प्रमोद नौटियाल ने बताया बिजली आपूर्ति न मिलने के कारण ट्यूबवेल नहीं चल रहा। ओवरहेड टैंक पूरी तरह से नहीं भर पा रहा है। जिससे कुछ लोगों की आपूर्ति बाधित हो रही है। जल्द ही आपूर्ति सुचारु कराई जाएगी।