उत्तराखंड में हफ्तेभर बाद चढ़ेगा चुनावी पारा, भाजपा स्टार प्रचारकों की सभाओं का क्रम होगा शुरू; तैयार हुई रूपरेखा
1 min readउत्तराखंड में मौसम अब ग्रीष्म की ओर कदम बढ़ाने लगा है। इसके साथ ही आने वाले दिनों में यहां के तापमान में चुनावी पारे की गर्माहट भी घुलेगी। इसके लिए राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों ने रूपरेखा तय कर ली है। इसी क्रम में भाजपा भी राज्य में हफ्तेभर बाद चुनावी माहौल गर्माने जा रही है। पार्टी एक अप्रैल के बाद अपने स्टार प्रचारकों की बड़ी सभाओं की श्रृंखला प्रारंभ करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि 31 मार्च तक केंद्रीय नेतृत्व से स्टार प्रचारकों की सूची फाइनल हो जाएगी। लोकसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ होने के काफी पहले से ही भाजपा ने राज्य में चुनावी रणनीति को धरातल पर उतारना प्रारंभ कर दिया था। पार्टी प्रत्याशी, उनके समर्थक और कार्यकर्ता मैदान में मोर्चा संभाल चुके हैं। जगह-जगह छोटी सभाओं के साथ ही अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में पार्टी अब पार्टी के बड़े नेताओं की सभाओं का कार्यक्रम तय करने जा रही है। इसकी रूपरेखा भी तैयार हो चुकी है।
स्टार प्रचारकों के लिए केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया आग्रह
राज्य में अपेक्षित स्टार प्रचारकों के संबंध में प्रांतीय नेतृत्व की ओर से केंद्रीय नेतृत्व को आग्रह पत्र भेजा चुका है। अपेक्षित स्टार प्रचारकों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जनरल वीके सिंह (सेनि), उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 16 राष्ट्रीय व केंद्रीय नेता शामिल किए गए हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व को अपेक्षित स्टार प्रचारकों की सूची भेजने के साथ ही लोकसभा क्षेत्रवार सभाओं के कार्यक्रम स्थल निर्धारित किए जा चुके हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि 31 मार्च को नामांकन प्रक्रिया पूर्ण होने से पहले केंद्रीय नेतृत्व राज्य के लिए स्टार प्रचारकों की सूची को अंतिम रूप दे देगा।
एक अप्रैल के बाद केंद्रीय नेताओं का सभा होगा शुरू
इसके बाद एक अप्रैल के बाद सभी लोकसभा क्षेत्रों में राष्ट्रीय व केंद्रीय नेताओं की एक के बाद एक सभाओं का क्रम प्रारंभ किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्रियों, पार्टी के प्रांतीय पदाधिकारियों की सभाओं के कार्यक्रम भी निर्धारित किए जा चुके हैं।