उत्तरकाशी में रामलीला समापन के उपरांत बुराई के प्रतीक रावण का हुआ दहन।

अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : देशभर में आज हिंदुओं के प्रमुख त्योहार दशहरे की धूम रही। दशहरा के इस प्रमुख त्योहार के साथ नवरात्रि दुर्गा पूजा का समापन भी हो गया।
उत्तरकाशी के बिभिन्न गांवों में दशहरा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यहां जिला मुख्यालय में पिछले 16 दिनों से गढ़वाली बोली में चली आ रही रामलीला का रावण दहन जे साथ समापन भी हो गया। रामलीला के समापन दिवस पर आज गंगोत्री क्षेत्र के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। उन्होंने गढ़वाली बोली में रामलीला मंचन के लिए रामलीला समिति के अभिनव पहल का स्वागत कर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। यहां मौजूद दर्शकों को दशहरा की बधाई देकर उन्होंने कहा कि विजयदशमी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया ओर देवी दुर्गा ने भी इसी दिन नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय प्राप्त की। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिये इस दशमी को पूरे देश मे ‘विजयादशमी’ के रूप में मनाया जाता है।
विजयदशमी के अवसर पर यहां देर शाम को रावण के पुतले का भी दहन किया गया। भारी भीड़ के बीच गणमान्य लोगों की मौजूदगी में बुराई पर अच्छाई के प्रतीक रावण दहन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस मौके पर पूर्व विधायक ने अपने संदेश में कहा कि वे अपने भीतर की बुराइयों को मार कर अच्छाई की राह अपनाएंगे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पालिका चैयरमेन रमेश सेमवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष जगमोहन रावत, पालिका सभाषद बुद्धि सिंह राणा, सविता भट्ट, विजयपाल महर, महिला कांग्रेस की पवित्रा राणा, राखी राणा सहित समिति के पदाधिकारी एवं दर्शक मौजूद रहे।