देहरादून : युवाओं को सेना जैसे नोवल सर्विस में सेवा देनी चाहिए- बीएस धनोआ।

मसूरी : गुरू नानक फिफत सेंटेनरी स्कूल स्थापना दिवस कार्यक्रम बालिका विद्यालय संग्रीला में आयोजित किया गया। जिसमें जहां स्कूली छात्र छात्राओं ने विभिन्न मनमोहन लोकनृत्य, अंगे्रजी व हिंदी गानों पर नृत्य, अंग्रेजी नाटक फूल्स, हिंदी नाटक ढ़ोंगी बाबा का सच, महिषासुर मर्दनी नृत्य, इंक्रेटिबल इंडिया, व पंजाबी गिददा सहित छोटे छोटे बच्चों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी।
संग्रीला के सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ शबद मानस की जात सबै एक पहिचान गाकर किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व चीफ एअर मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि गुरू नानक स्कूल के छात्र छात्राओं ने जो कार्यक्रम प्रस्तुत किए वह अत्यंत प्रसंसनीय है। इससे साफ लगता है कि विद्यालय का प्रबंध तंत्र, व प्रधानाचार्य, शिक्षक कितनी मेहनत कर बच्चों की प्रतिभा को तराश रहे हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय का स्वर्ण जयंती स्थापना दिवस में मुझे आने का सौभाग्य मिला जो मेरे लिए गर्व की बात है क्यों कि जब स्कूल 1969 में खुला था तब स्कूल के पहले स्थापना दिवस पर मेरे पिता जो आईएएस अकादमी में थे वह मुख्य अतिथि थे। तब मै मात्र 11 साल का था व उस कार्यक्रम में नहीं आ पाया था लेकिन आज 50 वें स्थापना दिवस पर मै यहां हूं। उन्होंने विद्यालय प्रंबंधन व शिक्षकों की सराहना की जो बच्चों में नेतृत्व क्षमता आत्मविश्वास, भर रहे हैं और उनकी प्रतिभा को तराश रहे हैं। शिक्षक ही बच्चों के भविष्य का निर्माण करता है तथा उन्हें आदर्श नागरिक बनाता है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में सेवा देना नोबल सर्विस है। बच्चों को सेना में जाना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए एक फोटो मिग 21 में खुद सवार होने की दी व एक एलबम बालाकोट एअर स्ट्राइक की दी ताकि बच्चे देख कर प्रेरणा लें। इस मौके पर स्कूल के सचिव एमपी सिंह ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने समय निकाल कर विद्यालय के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम की शोभा बढाई। उन्होंने कहा कि विद्यालय का उददेश्य बच्चों की प्रतिभा को निखारना व उन्हें आगे बढाना है। इन 50 सालों में विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र छात्राएं देश विदेश में बहुत महत्वपूर्ण पदों पर हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय में बच्चों को शिक्षा के साथ साथ अन्य गतिविधियों में भी पारंगत किया जाता है। उन्होंने विद्यालय के पचास साल होन पर विद्यालय में कार्यकर सभी कर्मचारियों को उनकी सेवा अवधि के अनुसार प्रतिमाह पांच हजार रूप्ये के आधार पर नकद भुगतान पुरस्कार स्वरूप किया। जिसमें 42 साल से विद्यालय में सेवारत दर्शन सिंह को दो लाख दस हजार का चेक प्रदान किया। अंत में विद्यालय की चेयर पर्सन जसलीन कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र छात्राओं को शैक्षिक, खेल, व अन्य गतिविधियों में अव्वल आने वालों को पुरस्कार प्रदान किए गये। इसके बाद मुख्य अतिथि धनोवा ने साइंस व क्राफट प्रदर्शनी का उदघाटन किया। इस मौके पर विद्यालय की उपाध्यक्ष अमृत कौर सब्बरवाल, प्रधानाचार्य अनिल तिवाड़ी डीन निर्मल दीप साहनी, प्रशासनिक अधिकारी सुनील बक्शी, पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व विधायक व उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, पालिका सभासद जसबीर कौर, डा. सुनील सेनन, डा. बीनू सेनन सहित बड़ी संख्या में अतिथि व अभिभावक मौजूद रहे।
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